भोपाल। आज मार्च माह का अंतिम दिन है और गर्मी के तेवर बेहद तीखे हो गए हैं। राजधानी में शनिवार को अधिकतम तापमान 40. 8 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड हुआ जो कि इस सीजन का सर्वाधिक तापमान है। पिछले 10 वषों में मार्च माह में दूसरी बार पारा40. 8 डिग्री सेल्सियस पर पहुंचा है। वर्ष 2009 से लेकर अब तक के आंकडों के अनुसार 31 मार्च 2017 को तापमान 40.8 रिकार्ड किया गया था और आज इस रिकार्ड की बराबरी करते हुए पारा 40.8 पर पहुंच गया। मौसम वैज्ञानिक अजय शुक्ला के अनुसार इसका कारण है सूर्य की किरणें सीधी पड़ रही हैं और पहाडों से आने वाली उत्तरी हवाएं बंद हो गई हैं। भोपाल में दिन ही नहीं रात का तापमान भी इस सीजन में सबसे अधिक रहा। शुक्रवार- शनिवार की दरमियानी रात का तापमान 23 डिग्री दर्ज किया गया। माना जा रहा है कि आज माह के अंतिम दिन 2017 का रिकार्ड भी टूट सकता है।
मार्च में ही अप्रैल मई जैसी गर्मी की एहसास होने लगा है। अभी से गर्मी सताने लगी है जबकि पूरा सीजन अभी बाकी है। सीजन की शुरुवात और गर्मी के ऐसे तेवर देखकर लोगों का कहना है राम जाने आगे क्या होगा।हालात इसी तरह रहे तो आने वाले दिनों में तापमान में वृद्धि के साथ गर्मी की चुभन बढ़ेगी।
मौसम केंद्र के अनुसार अगले 24 घ्ंाटे के दौरान अधिकतम तापमान 41 डिग्री और न्यूनतम 23 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है। हवा की गति 20 किलोमीटर प्रति घंटा रहेगी। वरिष्ठ मौसम वैज्ञीनिक अजय शुक्ला ने बताया कि प्रदेश के मध्य में हवा के 0.9 किमी ऊपरी भाग में और राजस्थान में बने चक्रवात के कारण बूंदाबांदी हो सकती है।
– सडक़ों पर दिखा असर
चिलचिलाती धूप और गर्मी ने लोगों को परेशान किया। तेज धूप की वजह से दिन में सडक़ों पर रोज की अपेक्षा लोग कम नजर आए। गर्मी से बचने के लिए लोग तरह तरह के इंतजाम करते नजर आए। जो लोग जरूरी कामों से बाहर निकले वो भी अपने आप को पूरा ढक़कर घरों से बाहर निकले। वहीं शीतल पेय पदार्थों के ठेलों और दुकानों पर भी भीड़ बढऩे लगी है। शहर में पानी की किल्लत बढऩे लगी है। विभिन्न संस्थानों और नगर निगम द्वारा पानी के प्याऊ की व्यवस्था की जा रही है।
-गर्मी में बरते ऐतिहात
भीषण गर्मी के चलते कूलर पंखे भी काम नहीं कर रहे है। अस्पतालों में भी मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है। डाक्टर्स का कहना है कि अस्पतालों में बैचेनी और उलटी दस्त के मरीज पहुंच रहे हैं। उन्होंने सलाह दी है कि यदि जरूरी हो तो ही कपड़ा या गमछा लपेटकर घरों से निकलें। शरीर में पानी की कमी न होने दें, अधिक से अधिक मात्रा में पानी और पेय पदार्थों का सेवन करें। एसी या कूलर के आगे से उठकर सीधे धूप में जाने से बचें।
– इनका कहना है
हल्के या सफेद रंग के फुल स्लीवस कपड़ों का इस्तेमाल करें। दोपहर 11 से 4 बजे के बीच सीधी धूप रहती इस समय घर से बाहर निकलने से बचें, जरूरी हो तो सिर और शरीर को ढक़कर ही निकलें। तेज धूप में लगातार बाहर रहने वालों को शरीर का तापमान बढऩे का खतरा रहता है ऐसे में तेज बुखार हो सकता है जिसे हाईपर पायरेसिया कहते हैं, ऐसी स्थिती में ठंड़ी पट्टी रखकर शरीर का तापमान कम करें। गले के रोग या अस्थमा के मरीज कूलर या एसी में ज्यादा कम तापमान में रहने से बचें। सुबह ठंडक के समय ही वॉक पर जाएं। रसीले फल, फलों का रस या हल्की चीजों का सेवन करें।
– डॉ. पी.एन अग्रवाल, वरिष्ठ चिकित्सक
शहर में पिछले एक सप्ताह में तापमान ने एेसे बदली चाल
दिन अधिकतम न्यूनतम
24 मार्च 36.0 18.4
25 मार्च 38.0 19.0
26 मार्च 35.1 20.8
27मार्च 35.8 19.6
28 मार्च 37.6 19.4
29 मार्च 40.1 19.8
30 मार्च 40.8 23.0