भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) में एक अप्रैल से न्यूनतम समर्थन मूल्य पर गेंहू खरीदी (Wheat Procurement) का काम शुरू होने जा रहा है। इस बार प्रदेश के 24 लाख से ज्यादा किसानों ने गेहूं बेचने के लिए रजिस्ट्रेशन कराया है। Covid-19 के कारण खरीदी केंद्रों पर बचाव की तमाम सावधानियां रखने के निर्देश दिए गए हैं। किसानों को एसएमएस भेजकर केंद्र पर आने के लिए तारीख और समय भेजा जाएगा। साथ ही किसानों की समस्याएं दूर करने के लिए एक टोल फ्री नंबर भी जारी किया गया है।
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प्रदेश में उपार्जन का काम 4529 केंद्रों पर होगा। हालांकि, राज्य नागरिक आपूर्ति निगम के प्रबंध संचालक अभिजीत अग्रवाल के मुताबिक जरूरत पडऩे पर केंद्रों की संख्या बढ़ाई और घटाई जा सकती है।
जान लें ये जरूरी नियम
- किसानों से 1975 रूपए प्रति क्ंिवटल के हिसाब से गेहूं की खरीदी की जाएगी।
- फसल बेचने के संबंध में किसानों को समस्या आने पर टोल फ्री सीएम हेल्पलाइन नंबर 181 पर किसान अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं।
- उपार्जन को लेकर कोई समस्या आने पर राज्यस्तरीय कंट्रोल रूम बनाया गया है। इसका नंबर 0755-2551471 है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि किसानों को उपज के भुगतान के लिए परेशान ना होना पड़े, ऐसी व्यवस्था बनाएं। - सभी किसानों से अपील की गई है कि वे मास्क लगाकर ही खरीदी केंद्र पर पहुंचेे और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें।
- खरीदी केंद्रों पर किसानों की भीड़ को रोकने के लिए पिछले बार की तरह एसएमएस भेज कर खरीद का सिस्टम बनाया गया है।
- किसानों का पूरा लेखा-जोखा कंप्यूटर में दर्ज होगा और जब भी उपज लेकर आएंगे तो उनकी तौल पर्ची जारी होगी, इसके आधार पर ही उससे खरीदी की जाएगी।
- फसल की गुणवत्ता देखने के लिए सर्वेयर तैनात रहेंगे, फसल खरीदी के बाद पूरी जिम्मेदारी।