छतरपुर, संजय अवस्थी| छतरपुर जिले (Chhatarpur Distric) में विकास की लाइफ लाइन कहा जा रहा झांसी-खजुराहो फोरलेन (Jhansi Khajuraho Four Lane) का निर्माण इन दिनों तेजी से चल रहा है। छतरपुर जिले की सीमा में इस फोरलेन का निर्माण जल्द से जल्द पूरा हो इसलिए अब कलेक्टर शीलेन्द्र सिंह (chhatarpur collector sheelendra singh) एनएचएआई (NHAI) के इस बहुप्रतीक्षित प्रोजेक्ट की हर सप्ताह समीक्षा कर रहे हैं। लगभग 1310 करोड़ रूपए की लागत से छतरपुर जिले की सीमा में छाती पहाड़ी से लेकर बमीठा तक चल रहे फोरलेन के इस निर्माण को 31 जनवरी तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। कलेक्टर ने निर्माण कंपनी पीएनसी, एनएचएआई और सभी राजस्व अधिकारियों की बैठक लेकर इस प्रोजेक्ट को जल्द से जल्द पूरा करने की दिशा में ठोस कदम उठाए हैं।
अच्छी खबर है कि अब छतरपुर से सटे महोबा रोड तिराहे से नौगांव के समीपवर्ती ग्राम बिलहरी तक कुल 27 किमी का फोरलेन निर्माण पूर्ण हो चुका है। यह फोरलेन हाइवे झांसी से कानपुर जाने वाले भारी वाहनों के लिए बाइपास का काम करेगा। अब भारी वाहनों को नौगांव, मऊसहानियां और छतरपुर शहर में घुसे बगैर झांसी से महोबा-कानपुर तक का बाइपास मिल जाएगा। इस बाइपास के तैयार होने से उक्त तीनों नगरों में यातायात को काफी राहत होगी और हादसे भी कम होंगे।
अब 31 जनवरी तक बमीठा को जोडऩे का लक्ष्य
छाती पहाड़ी से लेकर बमीठा तक कुल 85 किमी का फोरलेन निर्माण छतरपुर जिले की सीमा के भीतर किया जा रहा है। इसकी निर्माण लागत 1310 करोड़ रूपए है। वैसे तो उक्त फोरलेन का निर्माण अगस्त 2020 तक ही पूर्ण हो जाना था लेकिन पिछले प्रशासनिक अधिकारियों की लापरवाहियों के कारण कई अतिक्रमणकारी अवार्ड लेने के बाद भी जमीन नहीं छोड़ रहे थे जिसके चलते यह प्रोजेक्ट लगभग 6 महीने विलंब से चल रहा है। कलेक्टर शीलेन्द्र सिंह के आने के बाद इस फोरलेन के निर्माण में काफी तेजी आयी है। 85 किमी के कुल फोरलेन मार्ग में 67 किमी सड़क का निर्माण पूर्ण हो चुका है। फिलहाल बचे लगभग 18 किमी के निर्माण को पूरा करने के लिए कलेक्टर ने एनएचएआई और पीएनसी को 31 जनवरी तक का लक्ष्य दिया है। छतरपुर से सटे महोबा रोड तक बाइपास पूर्ण हो चुका है अब महोबा रोड से सरानी, गठेवरा होते हुए यही बाइपास पन्ना रोड पर ग्राम चन्द्रपुरा के आगे खुलेगा ताकि कानपुर और झांसी के वाहन पन्ना रोड के लिए शहर के बाहर से ही गुजर जाएं। महोबा रोड से चन्द्रपुरा तक के इस बाइपास को 31 दिसम्बर तक पूर्ण करने का लक्ष्य है। तदोपरांत चन्द्रपुरा से बमीठा तक का निर्माण कार्य 31 जनवरी तक पूरा कर लिया जाएगा। कुल मिलाकर लगभग दो महीने में छतरपुर जिले की सीमा के भीतर बनने वाला 85 किमी का यह फोरलेन पूर्ण हो सकता है जबकि छाती पहाड़ी से झांसी तक का फोरलेन निर्माण जुलाई तक पूर्ण होगा।
गंज, बमीठा क्षेत्र के कई मुआवजा प्रकरण अब भी अटके
एक तरफ फोरलेन का निर्माण तेजी से चल रहा है तो वहीं दूसरी तरफ प्रशासनिक लापरवाहियां और लेटलतीफी अब भी जारी है। फिलहाल राजनगर अनुविभागीय अधिकारी कार्यालय में सर्वाधिक भर्राशाही देखने को मिल रही है जहां गंज, बमीठा क्षेत्र के कई किसानों की जमीनों पर निर्माण कार्य शुरू हो गया है लेकिन अब तक शासन ने इनकी जमीनों का मुआवजा नहीं दिया है। अनुविभागीय अधिकारी पीयूष भट्ट और उनके अधीनस्थों की लेटलतीफी के चलते कई किसान मुआवजे के लिए भटक रहे हैं और आत्मदाह करने की धमकी भी दे चुके हैं। यद्यपि कलेक्टर शीलेन्द्र सिंह ने एसडीएम को जल्द से जल्द मुआवजा प्रकरणों को निपटाने के निर्देश दिए हैं फिर भी इन मामलों के निराकरण में देरी हो रही है। यदि यह देरी जारी रही तो फोरलेन का निर्माण भी बाधित हो सकता है।
इनका कहना
फिलहाल झांसी से कानपुर जाने वाला हैवी ट्रॉफिक काफी हद तक डाइवर्ट होने लगा है। 31 दिसम्बर तक इस सड़क पर लाइटिंग का काम भी पूरा हो जाएगा। 31 जनवरी तक फोरलेन को पूरा करने के लिए हर सप्ताह समीक्षा की जा रही है।
शीलेन्द्र सिंह, कलेक्टर, छतरपुर