सुहागरात की सेज पर पत‍ि को नशीला दूध पिलाकर लाखों के जेवरात लेकर फरार हुई दुल्हन, मामला दर्ज

13 दिसंबर को हिंदु रीति-रिवाज से परिणय सूत्र में बांधकर जिस दुल्हन को दूल्हे राजा अपने घर लेकर आए थे वही रात में दूल्हे को दूध में नशीला पदार्थ मिलाकर लाखों के जेवरात लेकर चंपत हो गई। पीड़ित की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज करते हुए जाँच पड़ताल शुरू कर दी है।

Amit Sengar
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Chhatarpur News : मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले में एक बार फिर लुटेरी दुल्हन का मामला सामने आया है। जहाँ एक दूल्हा लुटेरी दुल्हन का ​शिकार हो गया, सुहागरात की सेज पर ही दुल्हन लाखों के जेवरात लेकर चंपत हो गई। दूल्हे को जब होश आया तो तब देखा की घर में दुल्हन मौजूद नहीं है। पीड़ित ने तुरंत ही थाने में जाकर शिकायत दर्ज कराई, पुलिस ने मामला दर्ज करते हुए जाँच पड़ताल शुरू कर दी है।

जानकारी के मुताबिक जिले के नौगांव थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम कुलवारा निवासी अशोक कुमार रावत के बेटे राजदीप का विवाह नैगुवां निवासी सुकन पाठक के माध्यम से चरखारी उत्तरप्रदेश की युवती खुशी तिवारी के साथ तय हुआ था। बीते दिन 13 दिसंबर को कुलवारा के मंदिर में हिंदु रीति-रिवाज से विवाह संपन्न हुआ। सुहागरात की सेज पर दुल्हन ने दूल्हे राजदीप को नशीला दूध पिला दिया जिससे दूल्हा बेहोश हो गया, इसके बाद मौका पाकर दुल्हन खुशी लगभग 12 लाख के जेवरात लेकर रफूचक्कर हो गई। इस संप​त्ति में सोने-चांदी के जेवरात के अलाव दूल्हे का मोबाइल भी शामिल है।

robber bride

दूल्हन का परिवार रहता था किराए के घर में

पीड़ित दूल्हे के पिता का कहना है कि सुकन पाठक पुत्र जुगराज पाठक ने उनके बेटे का विवाह तय कराया था। दूल्हन चरखारी में अपने परिवार के साथ किराए के घर में रहती है, ऐसी जानकारी उन्हें दी गई थी। चरखारी से ही लड़की को देखने की रस्म पूरी हुई और विवाह तय हो गया।

robber bride

पुलिस ने मामला दर्ज कर शुरू की जाँच

ऐसा माना जा रहा है कि महिला अन्य लोगों के साथ मिलकर इस तरह का खेल, खेल रही है। पहले भी कई नौजवानों को ​शिकार बनाया गया होगा। पूरा परिवार गहरी नींद में सोता रहा और मौका पाकर दुल्हन के भेष में आई लुटेरी महिला संप​त्ति लूटकर ले गई। पुलिस में मामले की ​शिकायत की गई है।
छतरपुर से सौरभ शुक्ला की रिपोर्ट


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मुझे अपने आप पर गर्व है कि में एक पत्रकार हूँ। क्योंकि पत्रकार होना अपने आप में कलाकार, चिंतक, लेखक या जन-हित में काम करने वाले वकील जैसा होता है। पत्रकार कोई कारोबारी, व्यापारी या राजनेता नहीं होता है वह व्यापक जनता की भलाई के सरोकारों से संचालित होता है।वहीं हेनरी ल्यूस ने कहा है कि “मैं जर्नलिस्ट बना ताकि दुनिया के दिल के अधिक करीब रहूं।”

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