छतरपुर। एक तरफ प्रदेश की कमलनाथ सरकार(kamalnath sarkar) किसानों (farmers)के हित में नित नए प्रयास कर रही है वही दूसरी तरफ छतरपुर जिले (chatarpur district)में तीन लोगों ने एक किसान को बंधक बनाया और लाठियों-डंडो से पीट-पीटकर मार डाला। हमला इतनी बेरहमी से किया गया था कि मृत किसान के शरीर में एक भी हड्डी साबुत नहीं बची थी। पीएम के दौरान हर हड्डी में मल्टीपल फ्रैक्चर मिले। घटना के बाद ग्रामीणों में भारी आक्रोश है। पुलिस ने इन तीनों आरोपियों पर हत्या की धारा 302 का मामला दर्ज किया है। आराेपी फरार हैं। इसके साथ ही गांव के दो लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है।
घटना छतरपुर जिले के बमीठा थाना क्षेत्र के सद्दूपुरा गांव की है। यहां किसान मोहन पटेल (mohan patel) अपने खेत की सिंचाई कर रहा था। इस दौरान गांव का हरिराम मिश्रा आया और कुएं से सिंचाई करने से मोहन को रोका। माेहन ने हरिराम की पिटाई कर दी तो वह घर चला गया और अपने भाई अनारी मिश्रा उर्फ जगप्रसाद मिश्रा और पिता विशाली मिश्रा के साथ मजगुवां हार स्थित खेत पर पहुंचा। मोहन को अकेला पाकर आरोपियों ने उस पर हमला कर दिया। तीनों ने उसे वहीं पर बंधक बनाया और जमकर लाठियों से पीटा और तब तक पीटते रहे, जब तक मोहन अचेत नहीं हो गया। करीब 2 घंटे तक हुई मारपीट मोहन के अचेत होने पर तीनों आरोपी उसे घसीटते हुए पास में मौजूद राई के खेत में डाल दिया और मौके से फरार हो गए।होश आने पर मोहन ने परिजनों को घटना की जानकारी दी। आनन-फानन में परिजन मोहन को लेकर बमीठा अस्पताल पहुंचे जहां से गंभीर हालत में उसे जिला अस्पताल रैफर किया गया वहां चेकअप के बाद ग्वालियर (gwalior)ले जाने को कहा गया जहां रवाना होने से पहले ही देर रात उसकी मौत हो गई।
पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टर ने बताया कि हमला इतनी बेरहमी से किया गया था कि मृत किसान के शरीर में एक भी हड्डी साबुत नहीं बची थी। हर हड्डी में मल्टीपल फ्रैक्चर थे। उसके शरीर का कोई भी हिस्सा ऐसा नहीं था जिसमें लाठियों के निशान ना हो। माना जा रहा है कि शरीर की कई हडि्डयां टूटने से ही उसकी मौत हुई है।