छतरपुर, संजय अवस्थी| मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh chauhan) की सभा के दौरान मप्र के पीडब्ल्यूडी मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता गोपाल भार्गव (Gopal BHargav) ने छतरपुर विधायक आलोक चतुर्वेदी (Alok Chaturvedi) पर बड़ा हमला बोला| उन्होंने कहा कि छतरपुर के एक कांग्रेस विधायक ने खदानों और भूमियों के कारोबार से करोड़ों रूपए का भ्रष्टाचार किया है जिनके पास कभी स्कूटर नहीं हुआ करता था वे तीन करोड़ रूपए की कार में घूम रहे हैं। यह तो ऊपरी भ्रष्टाचार है सोचिये गहराई में कितना भ्रष्टाचार होगा। उन्होंने धमकी भरे अंदाज में कहा कि आचार संहिता के बाद कालाधन कमाने वालों के खिलाफ सरकार कार्यवाही करेगी।
बीजेपी प्रत्याशी बोले, विधायक बना तो क्षेत्र में चल रहे पज्जन चतुर्वेदी के अवैध कारोबार को बंद करा दूंगा
मीडिया से बात करते हुए बीजेपी प्रत्याशी प्रद्युम्र लोधी ने भी धमकी भरे अंदाज में कहा कि मैं कांग्रेस में 15 महीने रहकर यह देखकर आया हूं कि आलोक चतुर्वेदी के कितने कारोबार चल रहे हैं। उन्होने कहा कि मेरी विधानसभा क्षेत्र में भी उन्होंने पंछी खदान पर सरकारी जमीन पर कब्जा कर रखा है। मेरे खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप लगाना उनकी बौखलाहट है। क्योंकि वे जानते हैं कि मैं दोबारा विधायक बना तो इनके काले कारनामे उजागर कर दूंगा। प्रद्युम्र ने कहा कि हम इनके सभी काले रोजगार बंद करा देंगे। पज्जन का पलटवार, कहा कई गाडिय़ां लेने की हैसियत है सरकार को टैक्स देता हूं
आलोक चतुर्वेदी का पलटवार
पीडब्ल्यूडी मंत्री के आरोपों के बाद आलोक चतुर्वेदी ने भी मीडिया से बात करते हुए पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि भाजपा के नेता उन पर दबाव वाली राजनीति न आजमाएं। वे आज तक किसी की धमकियों से न तो डरे हैं और न डरेंगे। उन्होंने कहा कि हार की बौखलाहट और जीजा-साले के साथ रहते हुए गोपाल भार्गव क्या बोल रहे हैं उन्हें खुद भी नहीं पता। उन्होंने मुझ पर 10 हजार हेक्टेयर जमीन पर कब्जे के आरोप लगा डाले, यह जमीन कितनी होती है यह उन्हें पता लगाना चाहिए। रही बात गाड़ी की तो मैं उनसे पूछना चाहता हूं कि मैं जबसे पैदा हुआ हूं तबसे परिवार के पास गाडिय़ां रहीं हैं। चतुर्वेदी परिवार 60 साल से राजनीति में है और आज तक किसी के दामन पर भ्रष्टाचार का दाग नहीं है। उन्होंने कहा कि मैं सरकार को 40 साल से टैक्स देकर नियमानुसार माइनिंग का कारोबार कर रहा हूं। मेरी हैसियत ऐसी कई गाडिय़ां खरीदने की है। उन्होंने प्रद्युम्र सिंह के आरोप का भी जवाब दिया और कहा कि प्रद्युम्र बताएं कि डेढ़ साल में ऐसा कौन सा कारोबार किया जिससे उनकी संपत्ति 55 लाख रूपए बढ़ गई। उन्होंने कहा कि हार की बौखलाहट के कारण जीजा और साले का मानसिक संतुलन बिगड़ गया है। आचार संहिता के बाद कार्यवाही करने की धमकी न दें। मैं उन्हें खुली चुनौती देता हूं कि वे चुनाव के बीच में ही जांच करा लें और मैं गलत पाया जाऊं तो कार्यवाही करें।