रिटायर्ड शिक्षक अपहरणकाण्ड में नया मोड़, 8वीं मंजिल से गिरे अपहरणकर्ता की मौत, पकड़ छूटी

छतरपुर, संजय अवस्थी| खजुराहो के सेवाग्राम क्षेत्र में रहने वाले सरस्वती स्कूल के एक रिटायर्ड शिक्षक चन्द्रभान द्विवेदी के अपहरणकाण्ड में नया मोड़ आ गया है। चन्द्रभान द्विवेदी का अपहरण करने वाले चार बदमाशों में से मुख्य सरगना की दिल्ली के द्वारका में स्थित एक बहुमंजिला इमारत की 8वीं मंजिल से गिरने के कारण मौत हो गई है। वहीं इस मामले के दो आरोपी मौके से फरार हो गए हैं। पुलिस की पकड़ में आए एक आरोपी और चन्द्रभान द्विवेदी को वापस छतरपुर लाया जा रहा है। उल्लेखनीय है कि दो दिन पहले यह मामला प्रकाश में आया था जिसके बाद छतरपुर एसपी सचिन शर्मा ने एक स्पेशल टीम को दिल्ली रवाना किया था।

ये है पूरा मामला
जानकारी के मुताबिक 62 वर्षीय चन्द्रभान द्विवेदी 19 सितम्बर को खजुराहो-कुरूक्षेत्र टे्रन के माध्यम से ग्वालियर जाने के लिए घर से निकले थे। उनके साथ उनके एक मित्र अखिल श्रीवास्तव भी ग्वालियर गए थे जो कि पेशे से चार्टर्ड एकाउंटेंट हैं। 20 सितम्बर को ग्वालियर में ही चन्द्रभान द्विवेदी के मोबाइल पर उनके एक परिचित सागर निवासी संजय सूर्यवंशी का फोन आया था। संजय से फोन पर हुई बात के बाद चन्द्रभान द्विवेदी दिल्ली चले गए थे। 21 सितम्बर को दिल्ली में पहुंचने के बाद वे एक होटल में रूके और इसके बाद संजय सूर्यवंशी ने अपने तीन साथियों मनीष शर्मा निवासी दिल्ली, उसकी पत्नि एवं साले सौरभ भारद्वाज को यहां बुला लिया। संजय ने इन तीनों साथियों के साथ मिलकर चन्द्रभान द्विवेदी के अपहरण की साजिश रच डाली और उन्हें आंखों में पट्टी बांधकर जबरन द्वारका दिल्ली में स्थित एक मल्टीस्टोरी अपार्टमेंट में ले गए। यहां 22 सितम्बर की रात करीब 12 बजे चन्द्रभान द्विवेदी के नंबर से उनके घर पर वीडियो कॉल किया गया और चन्द्रभान के छतरपुर निवासी बेटे विनय द्विवेदी से पहले 10 लाख रूपए एवं रात डेढ़ बजे दूसरा फोन कर कुल 25 लाख रूपए की फिरौती मांगी। रात को ही विनय द्विवेदी ने छतरपुर के सिविल लाइन थाने पहुंचकर इस मामले की रिपोर्ट लिखाई। मामला गंभीर होने के कारण रात तीन बजे ही पुलिस अधीक्षक सचिन शर्मा इस मामले को लेकर सक्रिय हुए और सुबह आधा दर्जन पुलिसकर्मियों की एक टीम बनाकर मोबाइल लोकेशन के आधार पर दिल्ली रवाना की गई।

भागने के चक्कर में बिल्डिंग से गिरा संजय
छतरपुर से 23 सितम्बर को टीम दिल्ली पहुंच गई और लोकेशन के आधार पर दिल्ली के नयाजय अपार्टमेंट सेक्टर 4 इलाके में सादा वर्दी में गश्त करने लगी। इसी अपार्टमेंट के एक घर में अपहरणकर्ताओं ने चन्द्रभान द्विवेदी को बांध रखा था। गश्ती के दौरान जब पुलिस ने आसपास के अपार्टमेंट में तलाशी ली तो अपहरणकर्ताओं को यह खबर मिल गई। अपहरणकर्ताओं में भगदड़ मच गई और मुख्य सरगना संजय सूर्यवंशी 8वीं मंजिल के इसी फ्लैट से खिड़की के सहारे पाइप पकड़कर नीचे उतरने लगा। नीचे उतरते समय उसका हाथ छूट गया और वह जमीन पर जा गिरा जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। इसी बीच दूसरे अपहरणकर्ता मनीष शर्मा और उसकी पत्नि भागने में कामयाब हो गए। हालांकि पुलिस ने मनीष शर्मा के साले सौरभ भारद्वाज को दबोच लिया। छतरपुर और दिल्ली पुलिस के संयुक्त प्रयास से चन्द्रभान द्विवेदी की सकुशल बरामदगी हो गई लेकिन दुर्घटना में मौत होने के कारण यह मामला दिल्ली पुलिस से भी जुड़ गया। 24 सितम्बर को दिल्ली पुलिस ने आरोपी सौरभ भारद्वाज को स्थानीय अदालत में पेश किया जहां से छतरपुर पुलिस ने उसकी ट्रांजिट रिमाण्ड ले ली है। छतरपुर पुलिस सौरभ को लेकर छतरपुर आ रही है। 25 सितम्बर को पुलिस इस मामले का खुलासा कर सकती है।

नशे का आदि है गिरोह, पहले की गतिविधियां भी संदिग्ध
छतरपुर और दिल्ली पुलिस की संयुक्त जांच में पता लगा है कि संजय सूर्यवंशी निवासी सागर के माध्यम से छतरपुर के 62 वर्षीय चन्द्रभान द्विवेदी का अपहरण कराया गया था। इस गिरोह में शामिल तीनों अन्य दिल्ली निवासी आरोपी मनीष शर्मा, उसकी पत्नि एवं साला सौरभ भारद्वाज नशे के आदि बताए गए हैं। महिला ड्रग एडिक्ट है जिसने पहले भी कुछ लोगों पर शोषण की शिकायतें दर्ज कराई हैं। पुलिस अब इस गिरोह की पुरानी गतिविधियों को खंगाल रही है।

इनका कहना-
सिविल लाइन थाने में दर्ज अपहरण के मामले में अपहृत चन्द्रभान द्विवेदी की बरामदगी हो गई है। छतरपुर पुलिस आज उन्हें एवं एक आरोपी को दिल्ली से छतरपुर लाएगी।
सचिन शर्मा, एसपी, छतरपुर


About Author
न्यूज डेस्क, Mp Breaking News

न्यूज डेस्क, Mp Breaking News

Other Latest News