छतरपुर, संजय अवस्थी। आप जानकर हैरान रह जाएंगे कि बाजार से सब्जी में डालने वाला जो धनिया पाउडर आप खरीदकर लाते हैं, उसमें धान की फसल से बचने वाली भूसी का पाउडर मिलाया जाता है। लाल दिखने वाली मिर्च भी अपना प्राकृतिक रंग लिए नहीं होती, बल्कि उसे कैमिकल युक्त कलर से यह रंग दिया जाता है।
छतरपुर के फूलादेवी मंदिर के समीप एक ऐसी ही फैक्ट्री पकड़ी गई है, जो पिसे हुए मसाले का विक्रय करने के नाम पर जमकर मिलावट कर रही थी। मुखबिर की सूचना पर एसडीएम बीबी गंगेले एवं राजस्व व खाद्य विभाग की टीमों ने फैक्ट्री से बड़ी मात्रा में मिलावटी सामग्री जब्त की है।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक छतरपुर निवासी राजू गुप्ता (बरसैयां) के द्वारा फूलादेवी मंदिर के समीप मुन्ना कबाड़ी के गोदाम के पास बने उर्मिला साहू के मकान में बगैर लाइसेंस एवं बगैर व्यवसायिक बिजली कनेक्शन लिए पिसे मसाले के निर्माण की फैक्ट्री चलाई जा रही थी।
इस फैक्ट्री में लगाई गई बड़ी चक्की से मसालों को पीसा जाता था। जब टीम यहां पहुंची तो इस फैक्ट्री में धान का बुरादा और कैमिकल युक्त कलर की कई बोरियां जब्त की गईं। प्रशासन की टीम ने सभी सामग्री जब्त कर इसका सेम्पल लिया है साथ ही बिजली विभाग और खाद्य विभाग को कार्यवाही के लिए निर्देशित किया है। यहां से 18 बोरी धान की भूसी और एक बोरी लाल रंग जब्त किया गया है। फैक्ट्री का मालिक राजू बरसैयां फिलहाल टीम को नहीं मिला है।