भोपाल/छतरपुर। मध्य प्रदेश में कमलनाथ सरकार ने एक तरफ माफियाओं के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है। दूसरी तरफ पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठने लगे हैं। छतरपुर के एक शराब ठेकेदार ने सिटी कोतवाली में पदस्थ निरीक्षक बर्मन पर घूसखोरी और खुद को जान का खतरा होने की शिकायत पुलिस अधीक्षक से की है।
शहर के बस स्टेण्ड पर मौजूद शासकीय विदेशी मदिरा दुकान के ठेकेदार कुणाल राय एवं उनके पिता राजेन्द्र राय ने पुलिस अधीक्षक तिलक सिंह को एक शिकायती आवेदन देकर कहा है कि कोतवाली पुलिस शासकीय शराब ठेका संचालन के लिए भी हर महीने एक लाख रूपए की नाजायज मांग कर रही हैं। कोतवाली टीआई की मांग पूरी न होने पर वे दुकान के संचालन में व्यवधान पैदा करती हैं और ग्राहकों एवं स्टाफ पर झूठे मुकदमों लगाने की धमकी दे रही हैं।
पुलिस अधीक्षक को दी तहरीर के मुताबिक, ठेकेदार कुनाल कुमार छतरपुर में शराब का ठेका चलाते हैं। उन्होंने शिकायत में लिखा है कि कोतवाली में पदस्थ थाना प्रभारी सरिता वर्मन और उनके अधीनस्थ स्टाफ जांच अधिकारी उप निरीक्षक धर्मेंद्र कुमार के द्वारा साजिशन मेरे और मेरे भाई वरूण राय खिलाफ झूठा और फर्जी मुकदमें की कार्रवाई की जा रही है। इससे पहले भी मेरे पिता द्वारा आपको मेरे भाई वरुण के प्रकरण में जांच के लिए आवेदन दिया गया था। जब हम थाने अपने बयान दर्ज कराने गए तो एसआई कल्याण यादव ने हमपर फार्म पर जबरदस्ती हस्ताक्षर कराने दबाव बनाया। जिसके बाद उसपर लाइन अटैच की कार्रवाई की गई थी। वह उनकी शिकायत लेने का दबाव बना रहे थे, जब मैंने मना कर दिया तो इस झूठे प्रकरण में फंसाने का काम कर रहे हैं।