छिंदवाड़ा/परासिया, विनय जोशी| प्रदेश सरकार (State Government) के द्वारा खाद्य सुरक्षा को लेकर मिलावटखोरों (Adulterants) के खिलाफ लगातार कार्यवाही की जा रही है। आज नगर के एक तेल व्यापारी के गोदाम एवं मिठाई की दो दुकानों में अधिकारियों के द्वारा छापामार कार्यवाही की गई। जिले के परासिया (Parasia) में खाद्य अधिकारी के साथ एस डी एम ,एस डी ओपी तहसीलदार की टीम ने मिलकर एक तेल व्यापारी का गोदाम रेलवे स्टेशन के समीप स्थित है पर कार्यवाही की|
अधिकारियों को सूचना मिली थी कि व्यापारी के द्वारा मिलावट का तेल बेचा जा रहा है। व्यापारी के द्वारा बाहर से टैंकरों से तेल बुलवाया जाता है। जिसे ड्रम में भरा जाता है जिसके बाद ड्रम से कुप्पियों में तेल भरकर क्षेत्र में फुटकर किराना व्यापारियों को भेजा जाता है। सूत्रों के अनुसार 5 लीटर की कुप्पी में भरा तेल ब्रांडेड कंपनी का बताया जाता है। कहा तो यह भी जा रहा है कि सोयाबीन के नाम पर पाम ऑइल की मिलावट की जाती है। कुप्पी पर ना तो मैन्युफैक्चरिंग डेट- ना ही एक्सपायरी डेट एवं रेट भी नहीं लिखा हुआ है।
टीम में एसडीएम मनोज कुमार प्रजापति, तहसीलदार कमलेश राम नीरज, एसडीओपी अनिल शुक्ला एवं जमाई की खाद्य सुरक्षा अधिकारी मीना उईके ने छापामार कार्यवाही कर गोदाम में स्टॉक की जांच की। गोदाम में रखे ड्रमो एवं कुप्पियों में भरे हुए तेल का सैंपल लिया। जिसे जांच के लिए लैब में भेजने के बारे में कहा गया। वही तेल कारोबार से संबंधित आवश्यक दस्तावेज भी अधिकारियों ने देखें। हालांकि शाम तक मिलावट को लेकर तथा अवैध तेल के कारोबार के संबंध में क्या गड़बड़ियां सामने आई है इसकी कोई जानकारी नहीं मिल पाई हैं। वही नगर के दो मिठाई की दुकान जहां सबसे अधिक धंधा होता है अधिकारियों ने सैंपल भी जांच के लिए और पंचनामा तैयार किया । अब देखना यह है कि यह कार्यवाही सिर्फ सेम्पल तक ही होती है या आगे भी कार्यवाही होगी ।वैसे भी कई बार नगर में ऐसी छापा मार कार्यवाही तो होती रहती है पर निष्कर्ष कुछ भी नही निकलता जिससे मिलाबतकरने बालो के हौसले बुलंद हो रहे है ।आम नागरिक मिलाबट सामग्रियों की जानकारी के अभाव में लेने को मजबूर है उन्हें क्या मालूम कि किस में मिलावट है या नही ।