अब गो फिनाइल से धुलेंगे सरकारी दफ्तर, सामान्य प्रशासन विभाग ने जारी किया आदेश

भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) के मुखिया शिवराज सिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chauhan) ने गो-मूत्र (Cow urine) से बने फिनाइल का उपयोग (Use of phenyl) सरकारी दफ्तरों को धोने (Washing government offices) में करने के आदेश दिए है। जिसे लेकर सामान्य प्रशासन विभाग (Department of General Adminstration) ने आदेश भी जारी कर दिया है। सामान्य प्रशासन विभाग (Department of General Adminstration) द्वारा जारी आदेश में कहा गया है कि गो-मूत्र (Cow urine) से बने फिनाइल का उपयोग (Use of phenyl) ऊपर से लेकर नीचे तक के सरकारी दफ्तरों को धोने में किया जाएगा। वहीं इस संबंध में कांग्रेस (Congress) ने बीजेपी पर आरोप लगाते हुए कहा कि प्रदेश सरकार एक कंपनी को फायदा पहुंचाना चाहती है।

अब गो-फिनाइल से होगी सरकारी दफ्तरों की सफाई


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Gaurav Sharma

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पत्रकारिता पेशा नहीं ज़िम्मेदारी है और जब बात ज़िम्मेदारी की होती है तब ईमानदारी और जवाबदारी से दूरी बनाना असंभव हो जाता है। एक पत्रकार की जवाबदारी समाज के लिए उतनी ही आवश्यक होती है जितनी परिवार के लिए क्यूंकि समाज का हर वर्ग हर शख्स पत्रकार पर आंख बंद कर उस तरह ही भरोसा करता है जितना एक परिवार का सदस्य करता है। पत्रकारिता मनुष्य को समाज के हर परिवेश हर घटनाक्रम से अवगत कराती है, यह इतनी व्यापक है कि जीवन का कोई भी पक्ष इससे अछूता नहीं है। यह समाज की विकृतियों का पर्दाफाश कर उन्हे नष्ट करने में हर वर्ग की मदद करती है। इसलिए पं. कमलापति त्रिपाठी ने लिखा है कि," ज्ञान और विज्ञान, दर्शन और साहित्य, कला और कारीगरी, राजनीति और अर्थनीति, समाजशास्त्र और इतिहास, संघर्ष तथा क्रांति, उत्थान और पतन, निर्माण और विनाश, प्रगति और दुर्गति के छोटे-बड़े प्रवाहों को प्रतिबिंबित करने में पत्रकारिता के समान दूसरा कौन सफल हो सकता है।