DA Hike 2024 : तृतीय वर्ग कर्मचारी संघ की मांग, जनवरी 2024 से बकाया है 4% महंगाई भत्ता और राहत , जल्द आदेश जारी करें राज्य सरकार

कर्मचारी संघ की सीएम मोहन यादव से मांग है वे जनवरी 2024 से 4% महंगाई भत्ता और महंगाई राहत जारी करने के आदेश शीघ्र जारी किए जाएं ताकि कर्मचारी रक्षाबंधन का पर्व खुशियों से मना सकें।

MP DA Hike : मध्य प्रदेश के सरकारी कर्मचारियों पेंशनरों के लिए बड़ी खबर है। राज्य की मोहन यादव सरकार द्वारा सरकारी कर्मियों पेंशनरों को 7वें वेतनमान में देय DA/DR की दर में 01 जुलाई 2023 (भुगतान माह अगस्त 2023) से 7वें वेतनमान में वृद्धि कर 46 प्रतिशत करने के बाद अब तृतीय वर्ग कर्मचारी संघ ने रक्षाबंधन से पहले एक और मांग रखी है। संघ ने राज्य सरकार से जनवरी 2024 से बकाया DA/DR बढ़ाने के आदेश जल्द जारी करने की मांग की है, ताकी 12 लाख कर्मियों पेंशनरों को लाभ मिल सकें।

कर्मचारी संघ ने की जनवरी 2024 से डीए बढ़ाने की मांग

तृतीय वर्ग कर्मचारी संघ भोपाल मध्य प्रदेश के सचिव उमाशंकर तिवारी ने बताया कि फरवरी 2024 में जो महंगाई भत्ता बढ़ाया गया था उसका एरियर के आदेश तो सरकार ने जारी कर दिए लेकिन 4% प्रतिशत महंगाई भत्ता और महंगाई राहत जनवरी 2024 से बकाया है, उसको लेकर सरकार द्वारा अभी तक कोई घोषणा नहीं की गई है जिससे प्रदेश के कर्मचारियों में रोष व्याप्त है। सीएम मोहन यादव से मांग है वे जनवरी 2024 से 4% महंगाई भत्ता और महंगाई राहत जारी करने के आदेश शीघ्र जारी किए जाएं ताकि कर्मचारी रक्षाबंधन का पर्व खुशियों से मना सकें।

पिछली कैबिनेट में हुआ था डीए बढाने का फैसला

गौरतलब है कि हाल ही में सीेएम मोहन यादव की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक में शासकीय सेवकों एवं पेंशनरों को सातवें वेतनमान में देय DA/DR की दर में 01 जुलाई, 2023 (भुगतान माह अगस्त, 2023) से 7वें वेतनमान में 4% की वृद्धि की जाकर 46% करने एवं राज्य शासन के छठवें वेतनमान में कार्यरत शासकीय सेवकों तथा राज्य शासन के उपक्रमों/ निगमों/ मण्डलों तथा अनुदान प्राप्त संस्थाओं के राज्य शासन में प्रतिनियुक्ति पर कार्यरत चौथे एवं 5वें वेतनमान में अनुपातिक आधार पर DA में वृद्धि का आदेश तथा राज्य के पेंशनरों को देय DR में वृद्धि के लिए मुख्यमंत्री के आदेश का अनुसमर्थन किया।


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Pooja Khodani

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खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। "कलम भी हूँ और कलमकार भी हूँ। खबरों के छपने का आधार भी हूँ।। मैं इस व्यवस्था की भागीदार भी हूँ। इसे बदलने की एक तलबगार भी हूँ।। दिवानी ही नहीं हूँ, दिमागदार भी हूँ। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार भी हूं।।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर)

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