दमोह, गणेश अग्रवाल। ग्राम खोजाखेड़ी शाला के महंत को जिंदा जलाने के प्रयासों की घटना के बाद मामला अब तेजी से राजनीतिक रंग लेता जा रहा है। इसी बीच आज आरोपी पक्ष के लोगों ने एसपी कलेक्टर को ज्ञापन दिया और पूरे मामले में पथरिया विधायक पर भी कई गंभीर आरोप लगाए। साथ ही पूर्व वित्त मंत्री जयंत मलैया से मुलाकात कर मामले को राजनीतिक हवा दे दी है।
ग्राम खोजा खेड़ी शाला के महंत पर 3 दिन पूर्व हुए हमले और पेट्रोल डालकर जिंदा जलाने के प्रयास का मामला अब एक नए रंग में देखने को मिल रहा है। आरोपित पक्ष के लोगों ने आज सैकड़ों की संख्या में पहुंचकर न केवल पुलिस अधीक्षक हेमंत चौहान से मुलाकात की और एक ज्ञापन सौंप कर पूरे मामले की निष्पक्ष जांच कराए जाने की भी मांग भी की। इतना ही नहीं आरोपित पक्ष के लोग केवल यहीं नहीं रुके मामले में मुख्य आरोपी बनाए गए मुकेश पटेल और उदय पटेल के पिता भाजपा नेता तथा पथरिया की पूर्व मंडी अध्यक्ष खरगराम पटेल ने मीडिया के समक्ष ही पूरे मामले को राजनीतिक करार देते हुए उनके व उनके परिवार के खिलाफ पथरिया विधायक का षड्यंत्र बताया। उन्होंने कहा कि रामबाई परिहार ही पूरे मामले को हवा दे रही हैं उन्हीं के इशारों पर यह सब हो रहा है तथा उन्हें झूठे मामले में फंसाया जा रहा है।
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खरगराम पटेल ने कहा कि जो आरोप उन पर लगाए गए हैं उनमें रत्ती भर भी सच्चाई नहीं है तथा ऐसी कोई घटना नहीं हुई है। उन्होंने दावा किया कि उनके साथ जो लोग ज्ञापन देने साथ आए हैं उसमें 7 गांव के प्रतिष्ठित लोग हैं। उन्होंने पथरिया विधायक पर आरोप लगाया कि उन्होंने पहले कांग्रेस के कद्दावर नेता राजेंद्र पाठक तथा उसके बाद हटा के कद्दावर नेता देवेंद्र चौरसिया को मरवाया है। विधायक के भतीजे ने कुछ दिन पूर्व ही गोली चलाने की एक घटना को अंजाम दिया है। पटेल ने सैकड़ों लोगों के बीच यह भी आरोप लगाए कि पथरिया विधायक का पूरा परिवार अपराधिक प्रवृत्ति का है तथा महंत के जरिए उन्हें और उनके लोगों को फंसाना चाह रही हैं।
दद्दा जी दे गए थे जमीन
पूर्व मंडी अध्यक्ष खरग राम पटेल अपने साथ मामले के एक और आरोपी मिट्ठू पटेल के पुत्र दिव्यांग हरबंस पटेल को भी साथ लेकर आए। हरबंस ने बताया कि खोजा खेड़ी वाले दद्दा जी उन्हें यह जमीन रोजगार करने के लिए नि:शुल्क देकर गए थे। लेकिन नए महंत के आने के बाद वह 2000 किराया मांग रहे हैं। जबकि वह इतना किराया देने में सक्षम नहीं है। हरबंस ने बताया कि पूरा गांव इस बात का गवाह है कि न तो महंत के ऊपर किसी ने पेट्रोल छिड़का है और न ही उनके साथ मारपीट की है। बल्कि महंत ने ही 1 दिन पूर्व उनके साथ किराया न देने को लेकर शाला के अंदर मारपीट की थी।
पूर्व मंत्री से की मुलाकात
पूर्व मंडी अध्यक्ष खरग् राम पटेल ने अपने दोनों बेटों, पीड़ित दुकानदार तथा सैकड़ों समर्थकों के साथ पूर्व वित्त मंत्री जयंत मलैया के निवास पर पहुंचकर उनसे मुलाकात की तथा पूरे मामले से अवगत कराया। पटेल ने मीडिया को बताया कि वह पूरे मामले की निष्पक्ष जांच चाहते हैं। उन्होंने दावा किया कि वह किसी भी धर्म स्थल पर जाकर यह शपथ उठाने को तैयार है कि वह और उनका परिवार मामले में किसी तरह से भी शामिल नहीं हैं। बहरहाल मामला जो भी हो लेकिन इतना तो तय है कि यह अब यहीं खत्म होने वाला नहीं है। मालूम हो कि खरग राम पटेल और पथरिया विधायक रामबाई परिहार के बीच लंबे समय से रार चली आ रही है। दूसरी ओर पथरिया विधायक पूर्व मंत्री मलैया पर भी कई बार आरोप लगाकर उन्हें चुनौती दे चुकी हैं। ऐसे में अब आगे यह मामला क्या मोड़ लेता है, देखना दिलचस्प होगा।