दमोह, आशीष कुमार जैन | मध्य प्रदेश के दमोह में बड़ा हादसा हो गया। जहां एक निजी निर्माण के तहत बन रही पानी की टंकी की सेटिंग गिर जाने के बाद मलबे में मजदूर दब गए, जिनमें से एक कि मौत हो गई जबकि दो गंभीर रुप से घायल हुए है, जिन्हें मजदूरों की मदद से अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घटना के बाद पूरे परिसर में अफरा-तफरी मच गई। इस हादसे के बाद मजदूरों के समर्थन में अस्प्ताल चौराहे पर रात भर हंगामा हुआ। वहीं, मौके पर पहुंची पुलिस ने लोगों को समझाबुझा कर शांत कराया गया।
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दरअसल, दमोह के देहात थाना इलाके में आने वाले बाईबिल कालेज परिसर में एक पानी की टंकी का निर्माण हो रहा है, जिसके लिए सेटिंग लगाई गई थी। शुक्रवार की देर शाम अचानक ये सेटिंग गिर गई और इस मलबे में 3 मजदुर दब गए। पहले मौके पर मौजूद लोगों ने बचाव कार्य किया और फिर पुलिस ने रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया। चूंकि, स्ट्रक्चर बड़ा था इसलिए बचाव दल को करीब पाँच घण्टे तक मशक्कत करना पड़ीं तब जाकर मलबे में दबे मजदूरों को निकाला जा सका। जिनमें से एक कि मौत हो गई जबकि दो गंभीर रुप से घायल मजदूरों का जिला अस्पताल में इलाज चल रहा है।
इस हादसे के बाद पीड़ितों के परिजनों और उनके समर्थकों ने जिला अस्पताल के सामने रात भर हंगामा किया। आक्रोशित लोग वक़्त पर मजदूरों को बाहर न निकाले जाने के साथ निर्माण कार्य करा रहे ईसाई मिशनरी के लोगों को लेकर नाराज थे। आधी रात के बाद तक चले हंगामे के बाद खुद जिले के कलेक्टर को मोर्चा सम्भालना पड़ा और प्रदर्शन कर रहे लोगों के बीच पहुँचे कलेक्टर एस.कृष्ण चेतन्य के आश्वासन के बाद लोगों ने प्रदर्शन खत्म किया।
पुलिस के मुताबिक सूचना मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची थी। चूंकि, पानी की टंकी का स्ट्रक्चर खतरनाक था लिहाजा बहुत सावधानी के साथ रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया जिस वजह से वक्त लगा। वहीं, कलेक्टर के साथ पुलिस की दलील है कि नियमो के तहत वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।
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