दतिया/सत्येन्द्र सिंह रावत। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह लहार विधायक डॉ गोविंद सिंह द्वारा निकाली जा रही नदी बचाओ यात्रा शामिल हुए। यात्रा में शामिल होकर दिग्विजय सिंह 12 किलोमीटर पैदल चल यात्रा का सफर तय किया। इसके बाद सिंध नदी घाट पर सिंध नदी की पूजा अर्चना व आरती कर नदी बचाओ यात्रा का समापन किया हुआ।
यात्रा में शामिल होने के बाद दिग्विजय सिंह ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि आज देश में एक तरफ गांधीवादी विचारधारा है तो दूसरी तरफ गांधी को मारने वाली विचारधारा वाले सत्ता में बैठ गए है। समापन कार्यक्रम में लोगो को संबोधित करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा कि हम नदी का संरक्षण करने के लिए डा गोविंद सिंह को बधाई देते है। गांधी जी ने कहा था कि प्रकृति ने सब की आवश्यकता की पूर्ति के लिए सब कुछ दिया है, लेकिन मनुष्य की भूख बड़ जाती है तो प्रकृति का हनन होना शुरू हो जाता है। जिस तरह से नदियों में बड़ी बड़ी मशीनों से खुदाई हो रही है, एनजीटी की रोक के बाद भी खनन जारी है। शिवराज सिंह स्वयम रेत उत्खनन पर संलिप्त है। अगर उनमे दम है तो हम पर डॉ गोविंद सिंह पर केस करें। वहीं ज्योतिरादित्य सिंधिया पर निशाना साधते हुए कहा कि कभी सिंधिया मोदी और शिवराज के बारे में बातें करते थे, अब उनकी पार्टी में चले गए।
दिग्विजय सिंह ने कहा कि कोरोना जैसी महामारी के बारे में राहुल गांधी ने 12 फरवरी को अलर्ट होने के लिए कहा था, लेकिन पीएम मोदी ने इसको नही माना। जब जनवरी में ही कोरोना महामारी की खबर आ गई थी तो पहले ही अलर्ट कर देते, ऐसे में आज ये स्थिति निर्मित नही होती। गरीब परेशान है प्रवासी मजदूर पैदल चलकर अपने अपने घर पैदल आये। कोरोना में गरीब गरीब रह गया और कुछ लोगो की आमदनी चार गुनी हो गई है। भाजपा सरकार ने किसानों के अहित के लिए मंडी एक्ट लागू कर दिया है।
नदी बचाओ यात्रा का समापन
कांग्रेस के पूर्व सहकारिता मंत्री एवं लहार विधायक डॉक्टर गोविंद सिंह की अवैध रेत उत्खनन के खिलाफ, नदियों को बचाने और जल स्तर को बढ़ाने के चलते लहार से सात दिवसीय नदी बचाव यात्रा का आगाज किया गया था। इस अवैध उत्खनन को रोकने के लिए चल रही सात दिवसीय नदी बचाओ यात्रा का शुक्रवार को समापन किया गया। सातवें दिन भगुआपुरा से सेवढा की सिंध नदी तक 12 किलोमीटर की पदयात्रा की गई जिसमें पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के साथ फूलसिंह बरैया एवं स्थानीय विधायक घनश्याम सिंह भी मौजूद रहे। नदी बचाओ यात्रा का शुभारंभ लहार क्षेत्र के पर्रायांच गांव की सिंध नदी पर पूजन करके किया गया था। इस यात्रा में पूर्व मंत्री कंप्यूटर बाबा, नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह राहुल, पूर्व विधायक हेमंत कटारे, विवेक तनखा, बाली महाराज यात्रा में शामिल हो चुके हैं। यात्रा का भगुआपुरा, आटरा, बस्तूरी, नहला और सेवढा में स्वागत हुआ तथा नहला में 4 घंटे आराम कर दोबारा यात्रा की शुरुआत हुई। तत्पश्चात नदी बचाव यात्रा का प्रारंभ किया और उक्त यात्रा का सेवढा नगर में भव्य स्वागत किया गया। यात्रा का मुख्य कार्यक्रम सेवढा संकुआ धाम के मेला मंच पर किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता एकता परिषद अध्यक्ष राजगोपालचारी ने की तथा मुख्य अतिथि के रूप में पूर्व मुख्यमंत्री व राज्य सभा सांसद दिग्विजय सिंह व विशिष्ट अतिथि के रूप बाली बाबा, विधायक बैजनाथ कुशवाह, देवाशीष जरारिया, स्वामी शरण कुशवाह, पूर्व विधायक दतिया राजेंद्र भारती की उपस्थित रहे। इस मौके पर आभार प्रदर्शन डॉ गोविंद सिंह ने किया तथा मंच का संचालन ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष लहार देवेंद्र त्रिपाठी ने किया। रामगोपालचारी ने लोगो को संबोधित करते हुए कहा कि डा गोविंद सिंह संवेदनशील व्यक्ति है वह गरीबों की समस्या का जैसे ही पता चलता है वैसे ही उनकी समस्या के लिए प्रशासन के लड़ जाते हैं, अब उन्होंने नदियों को बचाने के लिए जो बेड़ा उठाया है वह जरूर साकार होगा।
जिले की रेत खदान पर मध्यप्रदेश के मुखिया का हस्तक्षेप – गोविंद सिंह
वंही डॉ गोविंद सिंह ने जिला प्रशासन पर निशाना साधते हुए कहा कि जिले की रेत खदान पर मध्यप्रदेश के मुखिया का हस्तक्षेप है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने उन्हें बताया। इस मौके पर मुख्य रूप से नाहर सिंह यादव, अरुण कुमार शर्मा, जैवेन्द सिंह परिहार, राजू लठैत, अशोक शर्मा, उदयवीर भदौरिया, मुन्ना सेंगर, बाबू जंडेल, जीवन निरंजन, उधम नागिल, कप्तान सिंह, मुलु पटेल, सोवरन सिंह, अमित सिंह, मिंकू पाराशर, अपरबल साहनी, समेत भिंड मुरैना दतिया, शिवपुरी, गुना के सैकड़ो की संख्या में कार्यकता शामिल हुए।
स्थानीय विधायक यात्रा में साथ-साथ लेकिन होर्डिंग्स से रहे नदारद
सात दिवसीय नदी बचाव यात्रा के अंतिम दिन स्थानीय विधायक घनश्याम सिंह यात्रा में शामिल रहे। सेवढ़ा से भगुआपुरा तक यात्रा में शामिल होकर दिग्विजय सिंह के साथ-साथ पद यात्रा की । इस यात्रा में सेवढ़ा से भगुआपुरा 12 किलोमीटर तक पेड़ों और पोल पर होर्डिंग्स और बैनरो को लगया गया था। जिनमे कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ गोविंद सिंह, दिग्विजय सिंह एवं फूल सिंह वरेया नजर आए, लेकिन स्थानीय विधायक घनश्याम सिंह नजर नहीं आये। जिससे स्थानीय नेताओं और कार्यकर्ताओं की गुटवाजी के चर्चे जनता के मनोरंजन का विषय बने रहे।