दतिया में वन विभाग ने की बड़ी कार्रवाई, अवैध खनन मार्ग पर जेसीबी से खुदवाए गड्ढे

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Datia News: मध्य प्रदेश के दतिया जिले में शनिवार को सेवढ़ा में वन विभाग ने की ताबड़तोड़ कार्रवाई से हड़कंप मच गया। वन मंडल वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन में सेवड़ा के कंदरपुरा घाट, बडेर घाट, ग्राम मरसेनी धोर्रा घाट, तिलेथा, रूरा घाट आदि सेवड़ा वनरेंज क्षेत्र नदी मे जाने वाले रास्ते को शनिवार को रेंजर शैलेन्द्र सिंह गुर्जर ने अपनी टीम के साथ पहुंचे। वहां जेसीबी मशीन से गढ्ढे खुदवा दिए। ताकि अवैध खननकर्ता वन मार्ग से नदियों तक नही पहुंच न सके।

प्रशासन ने अवैध खनन और परिवहन पर दी सख्त चेतावनी

सेवड़ा के रेंज के वन क्षेत्राधिकारी शैलेन्द्र सिंह गुर्जर ने बताया कि क्षेत्र से अवैध खनन की सूचना मिली थी। जिसके बाद तत्काल रूप से वन क्षेत्र के कर्मचारियों को भेज कर रास्ते को खुदवा दिया गया। उन्होंने कहा कि वन क्षेत्र से किसी भी कीमत पर अवैध खनन नहीं होने दी जाएगी। अवैध खनन एवं परिवहन करने वालों को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि वह विभाग द्वारा खुदवाए गए गड्ढे को कोई पाटने की कोशिश करता है तो उसके खिलाफ भी सख्त कार्यवाही की जाएगी। जिस तरह वन विभाग ने एक्शन लेते हुए गड्ढे खुदवा दिए हैं उससे लगता है कि कुछ हद तक अवैध खनन पर लगाम लगेगा। उसी तरह समय समय पर वन मार्ग से नदी जाने वाले रास्तों की जांच करते रहें तो कुछ सीमा तक अवैध खनन पर लगाम लग सकता है। सेवड़ा वन परिक्षेत्र अधिकारी ने बताया कि किसी भी हाल में अवैध खनन को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। अवैध खनन कारोबारियों की कमर तोड़ने के लिए हर संभावित कार्रवाई की जा रही है। कार्रवाई के दौरान वन विभाग अधिकारी सहित वन टीम मौजूद रही।


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Shashank Baranwal

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पत्रकारिता उन चुनिंदा पेशों में से है जो समाज को सार्थक रूप देने में सक्षम है। पत्रकार जितना ज्यादा अपने काम के प्रति ईमानदार होगा पत्रकारिता उतनी ही ज्यादा प्रखर और प्रभावकारी होगी। पत्रकारिता एक ऐसा क्षेत्र है जिसके जरिये हम मज़लूमों, शोषितों या वो लोग जो हाशिये पर है उनकी आवाज आसानी से उठा सकते हैं। पत्रकार समाज मे उतनी ही अहम भूमिका निभाता है जितना एक साहित्यकार, समाज विचारक। ये तीनों ही पुराने पूर्वाग्रह को तोड़ते हैं और अवचेतन समाज में चेतना जागृत करने का काम करते हैं। मशहूर शायर अकबर इलाहाबादी ने अपने इस शेर में बहुत सही तरीके से पत्रकारिता की भूमिका की बात कही है– खींचो न कमानों को न तलवार निकालो जब तोप मुक़ाबिल हो तो अख़बार निकालो मैं भी एक कलम का सिपाही हूँ और पत्रकारिता से जुड़ा हुआ हूँ। मुझे साहित्य में भी रुचि है । मैं एक समतामूलक समाज बनाने के लिये तत्पर हूँ।