गरीब कल्याण सप्ताह : संबल योजनांतर्गत बागली में अनुग्रह सहायता राशि का हुआ वितरण

Gaurav Sharma
Published on -

देवास/बागली, सोमेश उपाध्याय। जिले के बागली में आज गरीब कल्याण सप्ताह के अंतर्गत जनकल्याण संबल योजनांतर्गत अनुग्रह सहायता राशि का वितरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें वहां लोगों को संबोधित करते हुए जनपद सीईओ अमित कुमार व्यास ने बताया कि गरीबों को उनकी परेशानियों से मुक्ति दिलाने के उद्देश्य से ही संबल योजना शुरू की गई है। परिवार पर अचानक आपदा या विपत्ति आ जाने पर शासन अनुग्रह राशि के रूप में सहायता प्रदान करती है । इसमें किसी दुर्घटना में स्थाई या अस्थाई अपंगता या मृत्यु होने पर यह राशि दिए जाने का प्रावधान है, इसमें गरीब की मोत होने पर अंत्येष्टि के किए भी पांच हजार दिए जाते है।

आगे उन्होंने बताया कि संबल योजना में 859 हितग्राहियों के खाते में दस करोड़ रुपए डाले गये गै। आयोजन में मुख्य अतिथि विधायक प्रतिनिधि कमल यादव,महिला मोर्चा जिला अध्यछ शारदा बोथरा,सूर्यप्रकाश गुप्ता ने भी विचार व्यक्त करते हुए भाजपा की जनकल्याण कारी योजनाओं को ग़रीबों के किए मददगार बताया। इस अवसर पर कमल बडोला,परसोतम सिसोदिया ,वीरेंद्र गुर्जर,दीपक उपाध्याय,लियाकत अली सहित जनपद पंचायत व नगरीय निकाय के सदस्य मोजुद थे ।नगर पंचायत सी एम ओ मुकेश चोबे ने आभार मानते हुए बताया की दो हितग्राहियों के खाते में छह लाख रुपए डालें गये।


About Author
Gaurav Sharma

Gaurav Sharma

पत्रकारिता पेशा नहीं ज़िम्मेदारी है और जब बात ज़िम्मेदारी की होती है तब ईमानदारी और जवाबदारी से दूरी बनाना असंभव हो जाता है। एक पत्रकार की जवाबदारी समाज के लिए उतनी ही आवश्यक होती है जितनी परिवार के लिए क्यूंकि समाज का हर वर्ग हर शख्स पत्रकार पर आंख बंद कर उस तरह ही भरोसा करता है जितना एक परिवार का सदस्य करता है। पत्रकारिता मनुष्य को समाज के हर परिवेश हर घटनाक्रम से अवगत कराती है, यह इतनी व्यापक है कि जीवन का कोई भी पक्ष इससे अछूता नहीं है। यह समाज की विकृतियों का पर्दाफाश कर उन्हे नष्ट करने में हर वर्ग की मदद करती है।इसलिए पं. कमलापति त्रिपाठी ने लिखा है कि," ज्ञान और विज्ञान, दर्शन और साहित्य, कला और कारीगरी, राजनीति और अर्थनीति, समाजशास्त्र और इतिहास, संघर्ष तथा क्रांति, उत्थान और पतन, निर्माण और विनाश, प्रगति और दुर्गति के छोटे-बड़े प्रवाहों को प्रतिबिंबित करने में पत्रकारिता के समान दूसरा कौन सफल हो सकता है।

Other Latest News