देवास, सोमेश उपाध्याय। जिले में बढ़ते वन अपराधों को देखते हुए देवास (Dewas) जिले के बागली उपवन मण्डल परिक्षेत्र में वन विभाग ने माफियाओं पर शिकंजा कसने के लिए नवाचार के प्रयोग की शुरुआत की है। वन परिक्षेत्र में विभाग द्वारा चीता स्क्वायड टीम का गठन किया गया है। फारेस्ट एसडीओ अमित कुमार सौलंकी ने बताया कि क्षेत्र का वन क्षेत्र अत्यंत सघनिय और वन अपराधों के मामले में बहुत संवेदनशील वन क्षेत्र है। जहां पर बरसात के दिनों में वन प्रहरी वाहन जंगल के क्षेत्रों में आसानी से घुस नहीं पाते हैं, इसके साथ ही गश्ती वाहन को आते हुए देख वन माफिया भी सचेत हो कर भाग जाते हैं।
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इसी समस्या के निजात के लिए डीएफओ पीएन मिश्रा के निर्देशन में चीता स्क्वाड टीम का गठन किया गया है। सोलंकी ने बताया कि पूर्व में वन अपराधों से जप्त मोटरसाइकिलों को राजसात के बाद उपयोग में लिया गया है। उक्त मोटरसाइकिलों के माध्यम से जंगलों का मुआयना करने में आसानी होती है। साथ ही कहीं भी वन क्षेत्रों के पगडंडी मार्गों का इस्तेमाल कर पहुंचा जा सकता है। रेंजर मुस्कान शिवहरे ने बताया कि इसमें ऊर्जावान और प्रशिक्षण प्राप्त वन रक्षकों को चुना गया है। चित्रकूट की मोटरसाइकिल का कलर ओलिव ग्रीन कलर से पेंट किया गया है। साथ ही वाहन के स्किन पर चीते का लोगो लगाया गया है।
गौरतलब है कि युवा अधिकारी एसडीओ अमित सौलंकी द्वारा वन सम्पदाओं के संरक्षण के लिए आए दिन नवाचारों का प्रयोग किया जाता रहा है। हालांकि बागली वन परिक्षेत्र अधिक फैला होंने के कारण माफ़ीयाओं को पकड़ना मुश्किल हो जाता है। इससे पहले यहां कई बार वन रक्षकों पर भी हमले हो चुके है।