धार|राजेश डाबी। मध्य प्रदेश के धार में जिला अस्पताल में शुक्रवार को गहन शिशु चिकित्सा इकाई मैं उपचाररत 4 नवजात बच्चों की एक के बाद एक मौत होने से हड़कंप मच गया । यह सभी बच्चे 1 दिन से लेकर 12 दिन की उम्र के हैं, बच्चों की मौत को लेकर परिजन जहां डॉक्टर और स्टाफ पर लापरवाही का गंभीर आरोप लगा रहे हैं तो वही जिला अस्पताल के सिविल सर्जन जेपीएस ठाकुर का कहना है, कि चारों बच्चो की अलग-अलग समय में अलग-अलग कारणों से मौत हुई है । जिसमे एक बच्चा निमोनिया का भी शिकार था ।
इधर, परिजनों का कहना है कि दूध पिला कर बच्चे को सौंपा ही था और आधे घंटे के भीतर नर्स ने उन्हें बाहर आकर बताया कि उनके बच्चे की मौत हो गई है । खास बात यह है की गहन शिशु चिकित्सा इकाई में 10 से 12 दिन पहले ही पुराना स्टाफ बदल कर नया स्टाफ रखा है , वही सिविल सर्जन का कहना है की पुराने स्टाफ की लगातार लापरवाहियां सामने आ रही थी जिसके बाद सुधार नहीं हो रहा था इसके चलते राज्य शासन के आदेश के अनुसार स्टाफ बदल दिया गया था । इस पूरे घटनाक्रम में स्टाफ की लापरवाही हो या दूसरा कोई कारण पर आज कई मांओं की गोद सुनी हो गई इसका जवाबदार कौन होगा ।