electric scooter: आए दिन आग लगने की चौंकाने वाली खबर हम सुनते या पढ़ते रहते है। ऐसा ही मामला गुरुवार की सुबह, इंदौर के मलेंदी गांव से सामने आया है। जहां एक युवक ने इलेक्ट्रिक स्कूटी से बच्चों को स्कूल छोड़ने का सोचा। लेकिन अचानक चलती स्कूटी में आग लग गई। जिसके चलते इस हादसे में स्कूटी पर सवार तीन लोगों, सहित दो बच्चों को गंभीर चोटें आईं है।
जानकारी के अनुसार युवक का नाम अशोक बनारसी है, जो मलेंदी गांव का निवासी है, दो बच्चों को इलेक्ट्रिक स्कूटी पर बैठकर आंगनवाड़ी छोड़ने जा रहा था। उनके साथ 2 बच्चे थे, जिनमें एक वर्षीय मयंक और चार साल की मानवी शामिल थीं। स्कूटी से कुछ दूर जाते ही, स्कूटी में आग लग जाती है। जिसके चलते अशोक तुरंत स्कूटी को रोकता है और दोनों बच्चों को बचाने के लिए उनको लेकर चलती गाड़ी से कूद जाता है।
स्थानीय लोगों ने की मदद:
आग के फैलने पर उन्होंने अपनी जान को बचाने के लिए उचित कदम उठाया और गाडी से कूद गए लेकिन इसमें उन्हें गंभीर चोंट आई है। साथ ही स्थानीय लोगों की मदद से आग को नियंत्रित किया गया। हादसे में तीनों को गंभीर चोटें आईं, मयंक के सीधे हाथ में जलने से लगी चोट, और मानवी के भी पैर में जलने से चोंट लगी है। जिसके बाद उन्हें स्थानीय सिविल अस्पताल में प्राथमिक उपचार के लिए भर्ती किया गया है।
इलेक्ट्रिक स्कूटी में आग का कारण:
अशोक ने इस दौरान जानकारी दी कि उन्होंने इंदौर से एक साल पहले जितेंद्र कंपनी की इलेक्ट्रिक स्कूटी खरीदी थी। स्कूटी में अचानक शॉर्ट सर्किट हो गया और आग लग गई। हालांकि अब इससे यह सवाल उठता है की क्या इलेक्ट्रिक स्कूटरों में आग लगने के बढ़ते मामलों में आगे क्या होगा? क्या इसके लिए कंपनियां अपनी जिम्मेदारी मानेगी या ऐसे ही लोगों की जान खतरे में डाली जाएगी ?