गुना, संदीप दीक्षित। चांचौड़ा नगर परिषद की सामान्य सभा की बैठक में लिए गए फैसलों को लेकर विवाद गहरा गया है। चांचौड़ा विधायक लक्ष्मण सिंह (Chanchoda MLA Laxman Singh) ने सवाल खड़े करते हुए सभी प्रस्तावों निरस्त करने की मांग उठाई है। उन्होंने कलेक्टर फ्रेंक नोबल ए को पत्र लिखा है, जिसमें जिक्र किया है कि ग्राम पंचायत, जनपद पंचायत, जिला परिषद, नगर परिषद की बैठकों में चुने हुए प्रतिनिधि के स्थान पर उनके पति-पत्नी, अन्य प्रतिनिधि शामिल नहीं हो सकते हैं। लेकिन बुधवार को चांचौड़ा नगर परिषद की बैठक में आमंत्रित सदस्य के अलावा दूसरे सदस्य भी शामिल रहें। इससे इन बैठकों की सूचनाएं लीक होती है।
यह भी पढ़े…राजस्थान हाईकोर्ट का ऐतिहासिक फैसला, पत्नी के मौलिक अधिकारों के चलते दुष्कर्म के आरोपी को दी पैरोल
उन्होंने पत्र में कहा है कि आमंत्रित सदस्य के अलावा दूसरे सदस्य ऐसी बैठकों में शामिल होते हैं तो ऐसी स्थिति में मंजूर होने वाले प्रस्तावों को निरस्त किया जाए। उनका कहना है कि बिना बुलाए सदस्यों की मौजूदगी मे पार्षद प्रस्तावों पर खुलकर चर्चा नहीं कर पाए। इसलिए चांचौड़ा परिषद की बैठक में मंजूर प्रस्तावों को निरस्त किया जाए।
यह भी पढ़े…मुरैना में एक और हादसा, धमाके के बाद अब बच्चों से भरी बस में ट्रक ने टक्कर मारी, 12 बच्चे घायल
बुधवार को चांचौड़ा नगर परिषद की सामान्य सभा की बैठक आयोजित हुई थी। इसके फोटो भी वायरल हुए थे। जिसमें पूर्व विधायक एवं जिला पंचायत सदस्य ममता मीना, जिला पंचायत सदस्य एवं पूर्व आईपीएस रघुवीर सिंह मीना, नगर परिषद अध्यक्ष पति प्रदीप उर्फ भल्लू नाटानी भी मौजूद थे। वायरल फोटो के आधार पर दावा किया जा रहा था कि यह लोग आमंत्रित सदस्य नहीं थे, इसके बाद भी बैठक में शामिल हुए। इस मामले में नगर परिषद सीएमओ पीएस कुशवाह का कहना है कि सांसद रोडमल नागर के सांसद प्रतिनिधि के रूप में प्रदीप नाटानी बैठक में शामिल हुए थे।
कलेक्टर के हैं यह दिशा-निर्देश
कलेक्टर फ्रेंक नोबल ए ने चुने हुए जनप्रतिनिधि की बैठक को लेकर दिशा-निर्देश जारी किए थे। 21 जुलाई को जारी पत्र में स्पष्ट उल्लेख था कि नगरीय निकाय में निर्वाचित अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, पार्षद, समिति सदस्यों को निकाय में प्रतिभागिता करने के लिए नियमों का पालन करना होगा। इसके लिए सभी सीएमओ और सीईओ से कहा था कि नियम का पालन कराएं। इसके तहत सिर्फ निर्वाचित अध्यक्ष, उपाध्यक्ष एवं समिति के सदस्य ही बैठक में शामिल हो सकते हैं। अन्य प्रतिनिधि नहीं।
इस मामले में जिला पंचायत सदस्य एवं पूर्व आईपीएस रघुवीर सिंह मीना ने बताया कि बैठक में उन्हें सम्मान के लिए बुलाया गया था।