गुना, संदीप दीक्षित। गुना (Guna ) में शादी के अरमान लिए दूल्हों को लूटकर रफूचक्कर हो जाने वाले गिरोह को गुना पुलिस (Guna Police) ने गिरफ्तार किया है। यह गिरोह सुनियोजित तरीके से उन लोगों को निशाना बनाता था, जिनकी शादी में अड़चन आ रही होती है। गिरोह के सदस्य संबंधित व्यक्ति से सम्पर्क करते, उससे राशि ऐंठते और मंदिर में शादी भी करा देते। लेकिन कुछ ही दिनों बाद दुल्हन बहाना बनाकर वहां से भाग निकलती। प्रदेश के कई शहरों में इस तरह की वारदात को अंजाम देने के बाद यह गिरोह पुलिस के हत्थे चढ़ गया। इसके लिए पुलिस को तमाम पापड़ बेलने पड़े। जिसमें गिरोह को झांसे में लेने के लिए एक आरक्षक को दूल्हा भी बनाया गया, मुखबिर आरक्षक का पिता। जिसके बाद गिरोह को पूरी तरह अपने जाल में फंसा लिया।
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मामले की शुरुआत रुपाहेड़ी थाना चांचौड़ा निवासी लाखन लोधी की शिकायत से होती है। लाखन गुना एसपी राजीव कुमार मिश्रा को बताता है कि उसके साथ शादी के नाम पर धोखा हुआ है। लाखन के मुताबिक उसकी शादी नहीं हो रही थी। इसके लिए उसके पिता ग्राम विक्रम बापचा की रहने वाली कैलाबाई मीना से मिले, जिसने कुछ रुपयों में उसकी शादी कराने की बात कही। कैलाबाई और उसका वीरपुरा निवासी मित्र गोविंद मीना, लाखन व उसके पिता नवलोधी को लेकर सभी लोग 8 मई को लटेरी पहुंचे। जहां तीन लोग मजबूत सिंह यादव निवासी लटेरी, सोनू श्रीवास्तव निवासी वाईसा मोहल्ला सागर और मोहर सिंह ठाकुर द्वारा 70 हजार रुपए में शादी कराने की बात कही। इसके बाद कुछ देर बाद वहां रहीश निवासी कोलाबस्ती, ईंटखेड़ी भोपाल, ममता अहिरवार निवासी कोजमपुर सागर एवं नीलम रैकवार निवासी गोपालगंज सागर एक कार में सवार होकर आते हैं और ममता से शादी करने की बात तय कर लेते हैं। इसके ऐवज में लाखन से 70 हजार रुपए लिए गए और वह ममता को लेकर रूपाहेड़ी आ गया। यहां गांव के एक मंदिर में ममता की शादी करा दी जाती है। लेकिन कुछ ही दिन बाद ममता अपनी मां के बीमार होने की बात कहकर चली जाती और घर पहुंचकर लाखन से 15 हजार रुपए की मांग करती है। लाखन भी ममता को 15 हजार रुपए दे देता है। इसके बाद ममता दोबारा लाखन पास आ गई और दो दिन बार फिर जाने का कहकर जिद करने लगी। 25 मई को ममता अपने साथियों नीलम रैकवार, रहीश, प्रीति उईके, प्रियंका चौहान, सोनू श्रीवास्तव, मजबूत सिंह यादव, मोहर सिंह ठाकुर एवं जगदीश मीना को बुलाकर उनके साथ चली जाती है।
पुलिस ने बनाई योजना
लाखन लोधी के साथ हुई शादी के नाम पर लूट के मामले में पुलिस ने आरोपियों को पकडऩे योजना बनाई। थाना प्रभारी द्वारा लुटेरी दुल्हन के गैंग से सम्पर्क कर उन्हें विश्वास में लिया। उसके बाद अपने लड़के की शादी कराने की बात कही। गैंग के सदस्यों द्वारा बताया गया कि उनके पास शादी योग्य कई लड़कियां हैं, पर आपको एक लाख 20 हजार रुपए देने होगा। तब पुलिस द्वारा कहा गया कि आप लड़कियां लेकर आओ, पसंद आने पर आपको पैसे मिल जाएंगे। इसके बाद 8 जून को गैंग के सदस्यों द्वारा लड़की दिखाने के लिए बैरसिया के पास बुलोन पर थाना प्रभारी द्वारा एक आरक्षक को शादी के लिए लड़का बताया और मुखबिर को उसका पिता बनाकर सादा कपड़ों में बैरसिया की तरफ भेजा। इसके बाद पुलिस बैरसिया-नजीराबाद के बीच रोड पर पहुंची, जहां एक कार में आरोपी मौजूद थे, जो शादी के लिए तैयार हो गए। इस तरह पुलिस ने योजनाबद्ध तरीके से सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।