ग्वालियर, अतुल सक्सेना। ग्वालियर पुलिस ने शहर की सड़क पर तेज रफ़्तार भाग रही कार को पीछा कर पकड़ा तो उसमें भोपाल के दो बदमाश मिले जो शहर में ओवर स्पीडिंग कर दहशत फैला रहे थे। पुलिस को इनकी कार में अलग अलग नंबर प्लेट मिली हैं साथ ही जिस क्रेटा कार को ये भगा रहे थे वो चोरी की निकली। पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
जानकारी के मुताबिक एसपी अमित सांघी को सूचना मिली थी पड़ाव थाना क्षेत्र में एक बिना नंबर की क्रेटा गाडी तेज रफ़्तार में भागती देखी गई है। संभव है उसमें कोई बदमाश किसी वारदात के इरादे से बैठा हो। मुखबिर की सूचना मिलते ही एसपी अमित सांघी ने एडिशनल एसपी क्राइम राजेश दंडोतिया के एक्शन के निर्देश दिए।
एडिशनल एसपी क्राइम राजेश दंडोतिया ने क्राइम ब्रांच और पड़ाव थाने की टीम को निर्देश दिए। क्राइम ब्रांच थाना टीआई दामोदर गुप्ता और पड़ाव थाना टीआई विवेक अष्ठाना ने अपनी संयुक्त टीम बनाकर तेज रफ़्तार भाग रही क्रेटा गाड़ी का पीछा किया और उसे साईंबाबा मंदिर के आगे ख्वाजा खानून की दरगाह एक पास घेराबंदी कर पकड़ लिया।
ग्वालियर पुलिस ने जब कार की तलाशी ली तो उसमें इंदौर सहित कई अन्य जिलों के रजिस्ट्रेशन वाली नंबर प्लेट मिली, गाड़ी पर पुलिस भी लिखा मिला। पुलिस ने जब कर के बारे में पूछताछ की तो उसमें बैठे दोनों युवक कुछ नहीं बता पाए। उन्होंने खुद को भोपाल का निवासी बताया और कार को भोपाल के ही रविंद्र गिरी नामक व्यक्ति से 6 लाख रुपये में खरीदना बताया।
पुलिस को जब शक और गहरा हुआ तो कार की बारीकी से पड़ताल की तो वो चोरी की निकली। पुलिस के मुताबिक क्रेटा कार 21 दिसंबर 2018 में नोयडा से चोरी की गई थी जिसकी रिपोर्ट सम्बंधित पुलिस थाने में दर्ज है। कार किसी राजेंद्र सिंह के नाम रजिस्टर्ड है।
गिरफ्तार किये गए बदमाशों के नाम विशाल साहू और नीलेश पुरी बताये गए हैं दोनों चांदबड़ भोपाल के निवासी हैं। पुलिस को आशंका है कि दोनों बदमाश किसी अंतर राज्यीय वाहन गिरोह के सदस्य हो सकते हैं और किसी बड़ी घटना के इरादे से ग्वालियर आये हों। पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।
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Atul Saxena
पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....
पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....