ग्वालियर ।अतुल सक्सेना। नगर निगम ग्वालियर के लिए मध्य प्रदेश सरकार द्वारा नियुक्त किए गए प्रशासक संभागीय आयुक्त एमबी ओझा ने आज शुक्रवार को प सिटी सेंटर स्थित निगम मुख्यालय में प्रशासक का पदभार ग्रहण किया इस अवसर पर नगर निगम आयुक्त संदीप माकिन ने प्रशासक श्री ओझा का पुष्प कुछ भेंट कर स्वागत किया l प्रशासक श्री ओझा ने निगम अधिकारियों से चर्चा कर निगम की प्रगति के बारे में जानकारी ली इसके बाद प्रशासक श्री ओझा ने जल विहार स्थित परिषद कार्यालय पहुंचकर नगर निगम परिषद के अधिकारियों व कर्मचारियों से भी चर्चा की तथा आवश्यक दिशा निर्देश सभी संबंधित अधिकारियों को दिए l गौरतलब है कि ग्वालियर नगर निगम का कार्यकाल 10 जनवरी को समाप्त हो गया था और तभी से ये तय हो गया था कि शीघ्र ही यहाँ प्रशासक की नियुक्ति की जायेगी।
दरअसल लोकसभा चुनावों में जीत दर्ज कर ग्वालियर महापौर विवेक नारायण शेजवलकर ग्वालियर सांसद बन गए। उन्होंने 5 जून 2019 को शासन को महापौर पद से त्यागपत्र भेज दिया। लेकिन राज्य शासन ने इसे स्वीकार करने में एक महीने ग्यारह दिन का समय लिया और 11 जुलाई को से स्वीकार कर लिया। इसके पीछे वजह ये सामने निकल कर आई कि यदि 6 महीने से अधिक की अवधि रहती तो सरकार को महापौर के लिए चुनाव कराने पड़ते। इसलिए इस्तीफा स्वीकार करने में समय लिया गया। इस्तीफा स्वीकार करने के बाद कांग्रेस पार्षदों को उम्मीद जागी की उनकी सरकार किसी अनुभवी पार्षद को महापौर की जिम्मेदारी सौंपेगी । इसके लिए तत्कालीन नेता प्रतिपक्ष कृष्ण राव दीक्षित, उप नेता चतुर्भुज धनेलिया ने प्रयास शुरू किए । भाजपा पार्षदों ने भी प्रयास किए लेकिन राज्य सरकार नए समय निकाला और महापौर पद पर किसी की नियुक्ति नहीं की और पार्षदों के अरमानों पर पानी फेर दिया। पर अब जब परिषद का कार्यकाल 10 जनवरी को समाप्त हो गया तो गुरुवार 30 जनवरी को सरकार ने प्रशासकों की नियुक्ति के आदेश जारी कर दिये। प्रशासकों का कार्यकाल तब तक प्रभावी रहेगा जबतक नगरीय निकायों के चुनाव नहीं हो जाते और महापौर का चयन नहीं हो जाता।