समर्थकों से बंदूकें उठवाकर शक्ति प्रदर्शन कर फंसे भाजपा से निष्कासित नेता प्रीतम लोधी, कलेक्टर बोले – निरस्त होंगे लाइसेंस

Atul Saxena
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ग्वालियर, अतुल सक्सेना। ब्राह्मण समाज पर टिप्पणी कर विवादों में आये निष्कासित भाजपा नेता प्रीतम लोधी (Expelled BJP leader Pritam Lodhi) एक बार फिर मुसीबत में घिरते दिखाई दे रहे हैं। उनके एक वायरल वीडियो (Viral video of Pritam Lodhi) के बाद जिला प्रशासन सख्ती के मूड में है। वीडियो में प्रीतम लोधी के कहने पर उनके समर्थक खुले मैदान में बंदूकें लहराते  दिखाई दे रहे हैं। कलेक्टर ने कहा कि इन सभी के लाइसेंस निरस्त किये जायेंगे उन्होंने वायरल वीडियो पर पुलिस से रिपोर्ट मांगी है।

भाजपा (Bjp Gwalior) से निष्कासन होने के बाद से प्रीतम लोधी ओबीसी समाज के साथ जुड़ गए ओबीसी महासभा के बैनर पर इन दिनों प्रीतम लोधी ओबीसी और एससी एसटी सभी को एकजुट करने में लगे हैं। वे लगातार भाजपा सहित अन्य दलों को निशाने पर ले रहे हैं। अब प्रीतम लोधी का कुछ वीडियो सामने आये हैं जिसमें वे अपने समर्थकों के साथ अपने क्षेत्र जलालपुर (Gwalior News) में बंदूकें उठवाकर शपथ दिलवा रहे हैं।

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वायरल वीडियो जलालपुर में आयोजित ओबीसी महासभा के दशहरा मिलन एवं शस्त्र पूजन कार्यक्रम का है। मंच से प्रीतम लोधी जब समर्थकों से बंदूक हाथ में उठाने का आह्वान करते हैं तो लोग हिचकिचाते हैं जिसे देखकर प्रीतम लोधी कह रहे हैं चिंता क्यों करते हो किसी का लाइसेंस निरस्त नहीं होंगे ये मेरी गारंटी है यदि हुए तो दो दो बनवा देंगे। इसके बाद प्रीतम लोधी मंच से शपथ दिलवाते हैं कि ना अत्याचार करना है, ना सहना है और ना ही देखना है।

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बंदूकें लहराने का वीडियो बुधवार से सोशल मीडिया पर वायरल है। वीडियो प्रशासन के पास भी पहुंचा। कलेक्टर एवं जिला दंडाधिकारी कौशलेन्द्र विक्रम सिंह ने मीडिया के सवाल  पर कहा कि हम इन सभी लोगों के लाइसेंस निरस्त कर रहे हैं। हमने पुलिस से इसकी रिपोर्ट मांगी है। जो भी इस तरह का प्रदर्शन कर रहा है उसके खिलाफ कार्यवाही की जाएगी।


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पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....

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