ग्वालियर, अतुल सक्सेना। ग्वालियर पुलिस ने एक स्मैक तस्कर को गिरफ्तार (Smack smuggler arrested) के उसके कब्जे से 100 ग्राम स्मैक जब्त की है। जब्त स्मैक की कीमत 10 लाख रुपये बताई गई है। गिरफ्तार तस्कर उत्तर प्रदेश से स्मैक लाकर ग्वालियर (Gwalior News) में बेचने आया था।
ग्वालियर पुलिस (Gwalior Police) पिछले लम्बे समय से नशे के सौदागरों के खिलाफ मुहिम चला रही है, इसी क्रम में ग्वालियर एसएसपी अमित सांघी (Gwalior SSP Amit Sanghi)को मुखबिर से सूचना मिली कि एक तस्कर बहोड़ापुर थाना क्षेत्र में शंकरपुर स्टेडियम के पास कोई मादक पदार्थ बेचने आया है।
सूचना के बाद एसएसपी अमित सांघी ने एडिशनल एसपी क्राइम राजेश दंडोतिया और एडिशनल एसपी सिटी अभिनव चौकसे (IPS) को क्राइम ब्रांच एवं बहोड़ापुर थाने के फ़ोर्स के साथ कार्यवाही करने के निर्देश दिए। वरिष्ठ अधिकारियों का निर्देश मिलते ही सीएसपी क्राइम रत्नेश तोमर, विजय भदौरिया एवं सीएसपी महाराजपुरा रवि भदौरिया ने टीआई क्राइम ब्रांच इंस्पेक्टर दामोदर गुप्ता और टीआई बहोड़ापुर इंस्पेक्टर अमर सिंह सिकरवार ने मुखबिर के बताये स्थान पर दबिश दी।
पुलिस टीम को बहोड़ापुर थाना क्षेत्र में शंकरपुर स्टेडियम के पास एक संदिग्ध व्यक्ति खड़ा दिखा, पुलिस टीम को देखकर संदिग्ध ने भागने का प्रयास किया लेकिन पुलिस ने उसे दबोच लिया। पकडे़ गये संदिग्ध व्यक्ति की तलाशी लेने पर उसके पेंट की जेब से एक सफेद रंग की पालीथिन निकली जिसमें 100.30 ग्राम स्मैक रखी हुई थी।
पुलिस ने स्मैक को जब्त कर लिया। जब्त स्मैक की अनुमानित कीमती 10 लाख रुपये है। पुलिस द्वारा पकड़े गये स्मैक तस्कर से पूछताछ करने पर उसने खुद को उरई जिला जालौन(उत्तर प्रदेश) का रहने वाला बताया। आरोपी ने बताया कि वो मैनपुरी उत्तर प्रदेश से स्मैक लाकर ग्वालियर में बेचने आया था। पुलिस तस्कर सेपूछताछ कर रही है कि वो किन-किन लोगों को स्मैक बेचने आया था।
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Atul Saxena
पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....
पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....