Gwalior News : सड़क हादसे में इंजीनियर के इकलौते बेटे और उसके दोस्त की मौत, दो अन्य घायल

झाँसी रोड थाना पुलिस ने शवों को पीएम भेज दिया है और मामला दर्ज कर जाँच में ले लिया है, वारिद इकलौता बेटा था, परिवार का बुरा हाल है, बता दें कि शिशिर श्रीवास्तव लंबे समय तक ग्वालियर नगर निगम में पदस्थ रहे हैं , अभी कुछ समय पहले ही उन्हें उनके मूल विभाग पीएचई में वापस भेजा गया है।

Atul Saxena
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Gwalior News : ग्वालियर में आज तडके हुई एक हृदय् विदारक सड़क दुर्घटना में दो युवाओं की जान चली गई, इसमें ग्वालियर के पीएचई विभाग में पदस्थ इंजीनियर शिशिर श्रीवास्तव का बेटा और उसका दोस्त शामिल है, दुर्घटना में दो अन्य लड़के भी घायल हुए हैं,चारों एक ही गाड़ी में थे, बताया जा रहा है कि तेज रफ़्तार SUV चौराहे पर बने एक मैरिज गार्डन से जाकर टकरा गई, मामला झाँसी रोड थाना क्षेत्र का है पुलिस ने शवों को पीएम के लिए भेज दिया और दोनों घायलों को उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया है।

डिवाइडर से चढ़कर दीवार से टकराई SUV  

ग्वालियर के झाँसी रोड थाना क्षेत्र के विक्की फैक्ट्री चौराहे पर रात करीब 3-4 बजे के आसपास एक तेज रफ़्तार एसयूवी दुर्घटनाग्रस्त हो गई, बताया जा रहा है कि गाड़ी डिवाइडर पर चढ़कर पलट गई और फिर चौराहे पर बने मैरिज गार्डन वीनस वेंकट की दीवार में जाकर टकराई, चौराहे पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने तत्काल घायलों को अस्पताल पहुंचाया।

दुर्घटना में PHE इंजीनियर के बेटे और उसके दोस्त की मौत  

गाड़ी पर मप्र शासन लिखा हुआ था, पुलिस ने गाड़ी के नंबर से तत्काल परिजनों का पता कर उन्हें सूचित किया, गाड़ी पीएचई में पदस्थ इंजीनियर शिशिर श्रीवास्तव की थी उनका बेटा वारिद अपने तीन दोस्तों एक साथ पार्टी मनाने गया था लौटे समय गाड़ी दुर्घटना का शिकार हो गई, दुर्घटना में शिशिर श्रीवास्तव के बेटे वारिद की मौत हो गई घटना में उसके साथ उसके एक दोस्त ऋषभ सिंह की मौत हो गई दो अन्य दोस्त घायल हुए हैं जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

मृतक वारिद, इंजीनियर शिशिर का इकलौता बेटा था 

झाँसी रोड थाना पुलिस ने शवों को पीएम भेज दिया है और मामला दर्ज कर जाँच में ले लिया है, वारिद इकलौता बेटा था, परिवार का बुरा हाल है, बता दें कि शिशिर श्रीवास्तव लंबे समय तक ग्वालियर नगर निगम में पदस्थ रहे हैं , अभी कुछ समय पहले ही उन्हें उनके मूल विभाग पीएचई में वापस भेजा गया है।

ग्वालियर से अतुल सक्सेना की रिपोर्ट 


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पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ.... पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....

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