Gwalior News : सूरज के तीखे होते तेवरों ने ग्वालियर के लोगों को परेशान कर रखा है, दिन का पारा 45 डिग्री सेल्सियस के आसपास चल रहा है, लू के थपेड़ों से परेशान व्यक्ति को रात में भी आराम नहीं है क्योंकि रातें भी गर्म हैं सूरज ढलने के बाद भी शहर का तापमान 35 से 40 डिग्री के बीच झूल रहा है, ऐसे में अब प्रशासन को शहर के लोगों की चिंता सताने लगी है, इसीलिए एहतियात के तौर पर प्रशासन ने जिले के 6 सरकारी अस्पतालों में लू, हीटस्ट्रोक वार्ड तैयार कर दिए है जिससे यदि कोई व्यक्ति लू या हीटस्ट्रोक का पहुँचता है तो उसे तुरंत उपचार मिल सके।
ग्वालियर में पारा 45 डिग्री के आसपास, 25 से शुरू हो रहा नौतपा
ग्वालियर में मई और जून का महीना भीषण गर्मी वाला होता है, कल से यानि 25 मई से नौ तपे शुरू हो रहे हैं यानि आने वाले 9 दिन बहुत तपने वाले हैं, इसे देखते हुए जिला प्रशासन सतर्क हो गया है ग्वालियर कलेक्टर रुचिका चौहान के निर्देश पर सीएमएचओ ने 6 सरकारी अस्पतालों में लू और हीटस्ट्रोक वार्ड तैयार करवा दिए हैं।
इन 6 सरकारी अस्पतालों में तैयार हुए लू, हीटस्ट्रोक वार्ड
जिन अस्पतालों में लू और हीटस्ट्रोक वार्ड बनाये गए हैं उनमें जिला चिकित्सालय मुरार, सिविल अस्पताल हजीरा, शहरी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र दीनदयाल नगर, सिविल अस्पताल डबरा, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मोहना और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भितरवार शामिल हैं। कलेक्टर श्रीमती रुचिका चौहान ने इन वार्डों में आने वाले मरीजों का तत्परता से बेहतर से बेहतर इलाज कराने के निर्देश मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को दिए हैं। उन्होंने कहा है कि गर्मी के मौसम को ध्यान में रखकर सरकारी अस्पतालों में मरीजों व अटेण्डर के लिये बुनियादी सुविधाओं की पुख्ता व्यवस्था रहे।
हीटस्ट्रोक वार्ड में ये मरीज के लिए रहेंगी ये सुविधाएँ
आपको बता दें कि सरकारी अस्पतालों में बनाए गए लू-तापघात (हीट स्ट्रोक) वार्ड में चार वार्ड में 2–2 पलंग, एसी/ कूलर व ठंडे पानी की व्यवस्था के साथ-साथ कोल्ड स्पंजिंग, ओआरएस घोल, मॉनिटर, थर्मामीटर , आईवी फ़्लूइड व अन्य दवाइयों की व्यवस्था की गई है। साथ ही एक–एक मेडिकल ऑफिसर एवं एक–एक नर्सिंग स्टाफ़ की रोटेशन वार ड्यूटी लगाई गई है।
CMHO ने अस्पताल प्रभारियों को दिए ये निर्देश
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. आर के राजौरिया ने सभी शासकीय स्वास्थ्य संस्थाओं में आने वाले मरीजों और उनके साथ आने वाले अटेंडरों को लू- तापघात के लक्षण, बचाव एवं उपचार की जानकारी देने के लिये सभी स्वास्थ्य संस्थाओं के प्रभारियों को निर्देशित किया है। साथ ही सभी शासकीय स्वास्थ्य संस्थाओं में ठंडे पीने के पानी की व्यवस्था, वार्ड में कूलर एवं अटेंडरों के बैठने के लिए पर्याप्त व्यवस्था एवं सभी संस्थाओं में पर्याप्त मात्रा में आवश्यक दवाइयों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिये भी कहा है।
ग्वालियर से अतुल सक्सेना की रिपोर्ट