ग्वालियर, अतुल सक्सेना। स्वच्छ सर्वेक्षण 2021 की सूची में स्वच्छता में नीचे खिसककर 15 नंबर पर आये ग्वलियर (Gwalior News) को कैसे नंबर वन पर लाया जाये अब इसकी मशक्कत शुरू हो गई है। रविवार को ग्वालियर आये प्रभारी मंत्री तुलसीराम सिलावट (Minister In Charge Gwalior Tulsiram Silawat) ने कहा कि ग्वालियर का दो पायदान नीचे खिसकना हमारे लिए चुनौती है जल्दी ही इंदौर(Indore News) के अधिकारियों के साथ संयुक्त बैठक करेंगे और इसे जन आंदोलन बनाएंगे।
प्रभारी मंत्री तुलसीराम सिलावट ने आज रविवार को ग्वालियर जिले के अधिकारियों के साथ बैठक में निर्देश दिये हैं कि अमृत योजना के कार्यों को तत्काल निपटाया जाये। उन्होंने निर्देश दिए कि शहर में बढ़ते डेंगू को रोकने के लिए जिला प्रशासन, नगर निगम और स्वास्थ्य विभाग तीनों मिलकर एक साथ काम करें। तुलसीराम सिलावट ने कहा कि जल जीवन मिशन की भी जिले में गति बढ़ाई जाए, पानी का वितरण सबको सामान रूप से हो। उन्होंने कहा कि तीन महीने के अंदर जन प्रतिनिधियों के साथ जिले के अधिकारी कार्यों की प्रगति की बैठक करें।
प्रभारी मंत्री ने कहा कि वैक्सीनेशन के लिए भी लोगों को प्रेरित किया जायेगा जिससे बचे हुए लोग वैक्सीन लगवा सकें। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में बंटवारा नामांकन के प्रकरणों को 30 दिन में निपटाने के निर्देश मैंने दिए हैं जिससे किसानों को बार बार चक्कर नहीं लगाना पड़े।
तुलसीराम सिलावट ने कहा कि ग्वालियर सफाई में कैसे नंबर वन आये इसके लिए एक संयुक्त बैठक ग्वालियर और इंदौर के अधिकारियों के साथ जल्दी ही करेंगे। उन्होंने कहा कि इसे जन आंदोलन बनाने की जरुरत है। रैंकिंग में पिछड़ने को गंभीर विषय और चुनौती बताते हुए तुलसीराम सिलावट ने सफाई को जन आंदोलन बनान ेकी जरुरत है जैसे इंदौर में है। उन्होंने कहा कि ये शहर हमारा है हम सब मिलकर काम करेंगे। फूलबाग से किला गेट रोड तक बनने वाली सड़क का काम भूमि पूजन के बाद से शुरू नहीं होने के सवाल पर प्रभारी मंत्री ने कहा कि ये मामला अभी मेरे संज्ञान में आया है मैं अभी इसे दिखवाता हूँ।
बहरहाल स्वच्छता रैंकिंग में पिछड़ने के बाद ग्वालियर नगर निगम के अधिकारियों की कार्यशैली पर सवाल उठने लगे हैं।प्रभारी मंत्री तुलसीराम सिलावट ने पहले भी निर्देश दिए थे जिनका कितना पालन हुआ ये रैंकिंग गिरने से साबित हो गया , अब एक बार फिर प्रभारी मंत्री तुलसीराम सिलावट ने निर्देश दिए है देखना होगा कि इसका कितना असर होता है और कब ग्वालियर नंबर वन की पोजीशन हासिल करता है।
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Atul Saxena
पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....
पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....