Gwalior News: दुकानदार ने कोरोना गाइड लाइन का पालन नहीं किया तो होगी दुकान सील, FIR भी

Atul Saxena
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ग्वालियर, अतुल सक्सेना। पिछले एक सप्ताह से ग्वालियर (Gwalior)में लगातार कोरोना पॉजिटिव मरीजों (Corona Positive Patients) का आंकड़ा शतक को पार कर रहा है। 4 अप्रैल को ये आंकड़ा डेढ़ सौ के आसपास भी पहुँच गया है।  ये आंकड़ा जिसने जिला प्रशासन और सरकार को चिंता में डाल दिया है। कोरोना (Corona) पर प्रभावी नियंत्रण के लिए प्रदेश सरकार ने प्रमुख सचिव ऊर्जा विभाग संजय दुबे को ग्वालियर जिले में कोरोना की रोकथाम संबंधी उपायों की मॉनीटरिंग के लिये प्रभारी सचिव की जिम्मेदारी सौंपी है।

संजय दुबे ने सोमवार को ग्वालियर में कोरोना (Corona) की रोकथाम के प्रयास और टीकाकरण की गतिविधियों की समीक्षा करने आये थे। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण (Corona Infection) की चेन को तोड़ने के लिये कोरोना गाइड लाइन (Corona Guide Line) का सख्ती से पालन जरूरी है। इसलिये जिन दुकानों एवं प्रतिष्ठानों पर कोरोना गाइडलाइन का पालन न हो उन्हें सील्ड करें। साथ ही बार-बार आगाह करने के बाद भी जो दुकानदार मास्क न लगाएँ, दो गज दूरी के नियम का पालन न कराएँ और सेनेटाइजर न रखें, उनके खिलाफ पुलिस में प्राथमिकी भी दर्ज कराई जाए।

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सोमवार को ग्वालियर (Gwalior)के मोतीमहल स्थित मान सभागार में आयोजित हुई बैठक में प्रमुख सचिव संजय दुबे ने कहा कि शहर के सभी बाजारों के दुकानदारों को स्पष्ट संदेश पहुँचा दें कि उन्हीं दुकानों व प्रतिष्ठानों को खोलने की अनुमति रहेगी, जिन दुकानों में कोरोना गाइड लाइन का पालन होगा। उन्होंने यह भी हिदायत दी कि सरकारी व निजी दफ्तरों में कोरोना गाइड लाइन का उल्लंघन सामने आए तो उनके कार्यालय प्रमुख के खिलाफ भी कार्रवाई की जाए। साथ ही जन मानस को भी मास्क लगाने के लिये प्रेरित करें। जो लोग समझाने के बाबजूद मास्क का उपयोग नहीं कर रहे हैं उन पर जुर्माना लगाएँ। प्रमुख सचिव ने कहा कि प्रयास ऐसे हों जिससे जन मानस में संदेश पहुँचे कि आप सबके सहयोग से ही कोरोना की रोकथाम संभव है। आप सब सुरक्षित रहेंगे तभी कोरोना को हराया जा सकता है।

Gwalior News: दुकानदार ने कोरोना गाइड लाइन का पालन नहीं किया तो होगी दुकान सील, FIR भी

समीक्षा बैठक में प्रमुख सचिव संजय दुबे ने सरकारी व निजी अस्पतालों में कोरोना मरीजों के लिये कुल बैड, ऑक्सीजन सुविधा युक्त बैड व आईसीयू बैड उपलब्धता की जानकारी ली। साथ ही लक्ष्य के अनुरूप हर दिन सेम्पल लेकर कोरोना की जाँच, अधिक संक्रमण वाले क्षेत्र व इन इलाकों में कोरोना संक्रमण बढ़ने के कारण, कोरोना से हुई मृत्यु की ऑडिट की भी समीक्षा की।

जगह कम हो तो होम आइसोलेशन वाले मरीजों को अस्पतालों में शिफ्ट कराएँ

प्रमुख सचिव संजय दुबे ने जोर देकर कहा कि इंसीडेंट कमाण्डर की टीम इस बात का पता लगाए कि होम आइसोलेशन में रह रहे कोरोना संक्रमितों के घर पर पर्याप्त जगह है कि नहीं। यदि जगह न हो तो उन्हें कोविड अस्पताल / केयर सेंटर में शिफ्ट कराएँ। उन्होंने कहा उन्हीं मरीजों को होम आइसोलेशन की अनुमति दी जाए, जिनके घर पर पर्याप्त जगह हो, जिससे घर के और सदस्य संक्रमण से बच सकें। श्री दुबे ने प्रभावी ढंग से माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाने की बात भी कही। साथ ही कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग पर बल देते हुए संबंधितों की कोरोना जाँच कराने के लिये कहा।

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एहतियात बतौर 4000 मरीजों के एक साथ इलाज की व्यवस्था रखें

ग्वालियर जिले के प्रभारी सचिव  संजय दुबे ने बैठक में यह भी निर्देश दिए कि बढ़ते हुए कोरोना संक्रमण से निपटने के लिये हर प्रकार के एहतियाती उपाय किए जाएं। उन्होंने कहा कि सरकारी एवं निजी अस्पतालों को मिलाकर एहतियात बतौर ऐसे इंतजाम की पुख्ता प्लानिंग करें, जिससे जरूरत पड़ने पर एक साथ 4 हजार मरीजों का इलाज संभव हो सके।

टीकाकरण की लक्ष्यपूर्ति के लिये पुख्ता रणनीति के साथ लगवाएँ टीके

प्रमुख सचिव ने बैठक में कहा कि प्रदेश सरकार का कोरोना टीकाकरण की लक्ष्यपूर्ति पर विशेष जोर है। इसलिये पुख्ता रणनीति बनाकर वैक्सीनेशन का काम किया जाए। पहले से तयशुदा कार्यक्रम के अनुसार विभिन्न वार्डों में अभियान बतौर पर्याप्त संख्या में वैक्सीनेटर व अन्य कर्मचारी तैनात कर कोरोना का टीकाकरण कराएँ। साथ ही जहाँ टीकाकरण होना हो वहाँ के निवासियों को पहले से ही इसकी सूचना दी जाए जिससे टीकाकरण केन्द्रों पर भीड़ जमा न हो और लोग भी निर्धारित तिथि को टीका लगवाने पहुँच सकें


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पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....

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