ग्वालियर। एंटी माफिया अभियान और अतिक्रमण विरोधी मुहिम की चपेट में बहुत से वो लोग भी आ गए हैं जो बरसों से शहर में खुले मैदानों में झोंपड़ी बनाकर रह रहे है। तेज सर्दी के बीच खुले आसमान के नीचे दिन रात बिताने को मजबूर इन लोगों का दर्द प्रदेश के खाद्य मंत्री को दिखा तो वे भड़क गए । उन्होंने प्रशासन के अधिकारियों को मौके पर बुलाया और इनकी व्यवस्था करने के निर्देश दिए । कलेक्टर ने मौके पर ही स्थाई पट्टे देने की घोषणा की और एसडीएम को इसके लिए जगह चिन्हित करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने कहा कि इनके लिए वहीं 26 जनवरी मनेगी।
जिले में सरकारी जमीनों को मुक्त कराने में जुटे प्रशासनिक अमले ने पिछले दिनों ग्वालियर विधानसभा क्षेत्र में खुले मैदान पर मनोरंजनालय के पास बरसों से रह रहे लोहापीटे समुदाय के गरीब लोगों की झोंपड़ियां भी उजाड़ दी थी। झोपड़ी उजड़ने से ये लोग बच्चों और महिलाओं के साथ खुले आसमान में तेज सर्दी के बीच रहने के लिए मजबूर है। इन लोगों ने अपनी परेशानी स्थानीय विधायक एवं प्रदेश के खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर को भी बताई थी। मंत्री प्रद्युम्न सिंह जब वहां से आज निकले तो उन्होंने खुले में रह रहे गरीब लोगों से बात की । तेज सर्दी में कांप रहे छोटे छोटे बच्चों और महिलाओं का दर्द समझते उन्हें देर नहीं लगी और उनका गुस्सा भड़क गया। मंत्री तोमर ने वहीं से कलेक्टर अनुराग चौधरी, नगर निगम कमिश्नर संदीप माकिन, पुलिस अधीक्षक नवनीत भसीन को फोन लगवाया और वहां बुलवाया। कलेक्टर ने वहां पहुंचकर लोगों से बात की । उन्होंने बच्चों से पढ़ाई के बारे में पूछताछ की तो मालूम चला कि कोई बच्चा स्कूल नहीं जाता । इन लोगों के पास वोटर कार्ड हैं राशन कार्ड हैं। महिलाओं ने कहा कि राशन मिलता है । पूरी बात सुनने के बाद कलेक्टर ने घोषणा की कि आपको स्थायी पट्टे दिए जाएंगे आपको वहां बसाया जाएगा और आपकी 26 जनवरी वहीं मनेगी। कलेक्टर ने एसडीएम प्रदीप तोमर को जल्दी से जल्दी क्षेत्र में जमीन देखने के निर्देश दिए।
मंत्री ने दिए 50000, कबूल में शौच नहीं जाने और साफ सफाई रखने की दिलाई शपथ मौके पर मौजूद मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने अपनी स्वेच्छानुदान निधि से इनके लिए 50000 रुपये देने की घोषणा की और कहा कि कोई भी खुले में शौच नहीं जाएगा , आने आसपास सफाई रखेगा और इसमें सहयोग करेगा। उन्होंने कहा कि यदि प लोगों ने ऐसा नहीं किया तो मैं आपका साथ नहीं दूंगा। मंत्री ने कहा कि हमारी सरकार की मंशा गरीबों को उजाड़ने की नहीं है। यदि कोई सरकारी जमीन पर रह रहा है तो प्रशासन को पहले उसके विस्थापन की चिंता करनी होगी। हम माफिया को नहीं छोड़ेंगे लेकिन इसकी आड़ में गरीब को परेशान नहीं होने देंगे।