कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम के लिये जिले में किए जा रहे प्रबंध को एक बार फिर झटका लगा है। मंगलवार को आई रिपोर्ट में जहाँ 507 जांच रिपोर्ट नेगेटिव आई वहीं दो जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। दो नये पॉजिटिव मरीज मिलने से ग्वालियर के ओरेंज जोन में आने की उम्मीदों पर पानी फिर गया है।
पिछले दिनों केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने रेड, ओरेंज और ग्रीन जोन वाले जिलों की घोषित सूची में ग्वालियर को रेड जोन में डाला था तभी से शहर के लोग चिंतित थे। प्रशासन का दावा था कि ग्वालियर में मरीजों की संख्या कम है गलती से रेड जोन में आ गया है इसे सुधारवा दिया जायेगा। उधर प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा ने भी बीते रोज केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन से ग्वालियर को ओरेंज जोन में करने का निवेदन किया था लेकिन मंगलवार को दो रिपोर्ट पॉजिटिव आने से ओरेंज जोन में आने पर संशय बना हुआ है। ग्वालियर में मंगलवार को 507 स्वास्थ्य नमूनों की जांच रिपोर्ट निगेटिव प्राप्त हुई है। साथ ही 2 नमूनों में जाँच रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। पॉजिटिव पाए गए मरीजों में एक घोसीपुरा और दूसरा जैन हॉस्टल में था।
कलेक्टर कौशलेन्द्र विक्रम सिंह ने बताया कि जिले में अब तक 3 हजार 596 सेम्पलों की जांच कराई गई है। इसके साथ ही 3 हजार 351 जांच निगेटिव प्राप्त हुई हैं। 106 प्रकरणों में जांच की आवश्यकता नहीं पाई गई है। मंगलवार को प्राप्त रिपोर्ट में 132 जांच नमूनों की रिपोर्ट आना शेष है। जिले में अब तक 8 हजार 37 लोगों को होम क्वारंटाइन कराया गया था, जिनमें से 6 हजार 298 की क्वारंटाइन अवधि पूर्ण हो गई है। जिले में कुल 3 लाख 86 हजार 14 लोगों की मेडिकल स्क्रीनिंग की गई है। गौरतलब है कि ग्वालियर में मंगलवार को आई दो पॉजिटिव रिपोर्ट को मिलाकर कुल 11 रिपोर्ट पॉजिटिव आ चुकी है जिसमें से चार रिपोर्ट ICMR के निर्देश के बाद शून्य घोषित की जा चुकी हैं। अब देखना ये है कि मंत्रालय इन आंकड़ों को किस हिसाब से लेता है और ग्वालियर फिर ओरेंज जोन में आता है या रेड जोन में ही बना रहता है।