2 अप्रैल को लेकर प्रशासन सतर्क, पुलिस पहरे में शहर की ये बस्तियां

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ग्वालियर । पिछले साल 2 अप्रैल को एट्रोसिटी एक्ट के विरोध में हुए भारत बंद के दौरान हुए उपद्रव की पुनरावृत्ति ना हो इसे लेकर प्रशासन हाई एल्ट पर है। पुलिस ने शहर की उन सभी बस्तियों को अपने कड़े पहरे में ले लिया है जहां हिंसा हुई थी, यहां पुलिस के 200 जवान और अधिकारी चप्पे चप्पे पर नजर गड़ाए हुए हैं । यहां पर आने जाने वाले पर नजर रखी जा रही है। साथ ही इन बस्तियों में रहने वाले लोगों के मूवमेंट पर भी पुलिस नजर रख रही है। 

पिछले साल 2 अप्रैल को ग्वालियर हिंसा, आगजनी और गोली कांड को शिकार हो गया था । एट्रोसिटी एक्ट के विरोध में बुलाया गया भारत बंद  उपद्रव में बदल गया । अचानक भड़की हिंसा में गोली चली और दो लोगों की मौत हो गयी थी और कई जख्मी हो गए थे । इंटेसीजेंस की रिपोर्ट में सामने आया कि उपद्रवियों ने पुलिस की लापरवाही को फायदा उठाकर उत्पात मचाया था । लेकिन पुलिस इस बार पहले से ही सतर्क है । पुलिस ने अभी से थाटीपुर क्षेत्र की उन पांच बस्तियों को अपनी निगरानी में ले लिया है। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक हरनामपुर बजरिया, नदीपार टाल, कब्रिस्तान अशोक कॉलोनी, सुरेश नगर, चौहान प्याऊ, 60 फुटा रोड पर पुलिस का पूरा फोकस है । पुलिस ने इन वस्तियों में 24 फिक्स पिकेट लगाए हैं, पुलिसकर्मी दिन – रात यहां पर निगरानी करेंगे , 24 घंटे निगरानी के लिए चौहान धर्मशाला में अस्थाई कंट्रोल रूम बनाया है। पुलिस अधीक्षक नवनीत भसीन की माने तो इस बार पुलिस पूरी तैयारी के साथ रहेगी, अश्रु गैस, बलवा ड्रिल, हथियार, वज्र वाहन सब तैयार रहेगा। साथ ही सोशल मीडिया पर भी कड़ी निगरानी रखी जा रही है। उन्होंने शहर के लोगों से अफवाहों पर ध्यान नहीं देने की अपील की है।  


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