ग्वालियर, अतुल सक्सेना। मंडला में गरीबों को बांटे गए घटिया चावल ( Rice) के बाद भाजपा और कांग्रेस (BJP and Congress) के बीच राइस पॉलिटिक्स शुरू हो गई है। खराब चावल दिया जाने के बाद कांग्रेस शिवराज सरकार पर हमलावर हो गई जिसके बाद प्रदेश के ऊर्जा मंत्री एवं तत्कालीन खाद्य मंत्री ने इसके लिए कांग्रेस और तत्कालीन मुख्यमंत्री कमलनाथ (Former CM Kamalnath) को जिम्मेदार बता दिया। उसके बाद कांग्रेस ने फिर भाजपा पर बड़ा हमला किया है।
लॉक डाउन में सरकार द्वारा बांटे जा रहे अनाज के घटिया होने की शिकायतें बार बार सामने आती रही हैं जिसे लेकर कांग्रेस शिवराज सरकार (Shivraj Sarkar) पर सवाल उठाती रही है लेकिन सरकार ने हमेशा अपना बचाव किया और कहा कि जो गड़बड़ी करेगा कार्र वाई होगी। इसी बीच पिछले दिनों जब मंडला में कंट्रोल की दुकानों से घटिया क्वालिटी का खराब चावल बांटे जाने की खबर जैसे ही मीडिया ने दिखाई कांग्रेस भाजपा सरकार पर हमलावर हो गई। कांग्रेस को घर बैठे मुद्दा मिल गया। हालांकि सरकार ने इसपर पलटवार करते हुए कांग्रेस को ही दोषी बता दिया।
पार्टी के प्रदेश मीडिया प्रभारी लोकेंद्र पाराशर (State media incharge Lokendra Parashar) ने ट्वीट किया कि खराब क्वालिटी के चावल की इंटेलिजेंस रिपोर्ट (Intelligence report) फरवरी में ही तत्कालीन कांग्रेस सरकार को मिल गई थी आखिर कौन सी ताकतों ने कार्रवाई नहीं होने दी। कामलनाथ जी स्पष्ट करें और प्रदेश की जनता से माफी मांगें।प्रदेश के ऊर्जा मंत्री एवं तत्कालीन खाद्य मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर (Pradyuman Singh Tomar) से जब मीडिया ने सवाल कि ये खराब चावल कमलनाथ सरकार के समय खरीदे गए थे तब आप ही खाद्य मंत्री थे तो मंत्री तोमर ने कहा कि खरीदे गए होंगे लेकिन मेरी जानकारी में ये नहीं है क्योंकि उस समय मुख्यमंत्री कमलनाथ ही सर्वेसर्वा थे, वे ही फैसले लेते थे। हालांकि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट कर कहा कि कंट्रोल कि दुकानों से घटिया चावल वितरण मामले पर उच्च स्तरीय बैठक हो गई है और मामले की जांच EOW से कराई जायेगी।
कांग्रेस ने किया पलटवार पूछा ये सवाल
भाजपा के आरोपों पर कांग्रेस ने पलटवार किया है। कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता एवं ग्वालियर चंबल संभाग के मीडिया प्रभारी केके मिश्रा ने ट्वीट कर भाजपा से सवाल किया कि भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी लोकेंद्र पाराशर ये बताएं कि यदि घटिया चावल कमलनाथ सरकार ने खरीदे तो उस समय खाद्य मंत्री कौन था। एमपी ब्रेकिंग न्यूज़ से बात करते हुए कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि भाजपा ये बताये कि राइस पॉलिसी बदलने के लिए पांच करोड़ रुपए का बयाना किसके बड़े भाई ने लिए थे लेकिन कमलनाथ जी ने पॉलिसी बदलने से इंकार कर फाईल लौटा दी तो कांग्रेस सरकार भ्रष्ट हो गई?
मंडला में गरीबों को दिए गए बदतर चांवल को लेकर BJP मीडिया प्रमुख श्री लोकेंद्र पाराशर ने कहा-ये चांवल कमलनाथ सरकार ने खरीदे थे,उस वक्त खाद्य मंत्री कौन था,राइस पॉलिसी बदलने के लिए 5 करोड़ बयाना किसके बड़े भाई ने लिया था,कमलनाथ जी ने रोक दिया,सरकार भ्रष्ट हो गई? @LokendraParasar
— KK Mishra (@KKMishraINC) September 3, 2020
शिवराजजी,आप कह रहे हैं – घटिया चांवल घोटाले में जो भी अधिकारी शामिल होगा उसे नहीं बख्शेंगे,आपके ही कार्यकाल में गरीबों को दिए जाने वाले घटिया गेंहूँ,नान घोटाले में शामिल अफसरों,नेताओं को किसने,क्यों,किसके दबाव में बक्श दिया था? @drhiteshbajpai @ChouhanShivraj @OfficeOfKNath
— KK Mishra (@KKMishraINC) September 3, 2020
राशन में घटिया चावल बांटने की इंटेलिजेंस रिपोर्ट तत्कालीन @OfficeOfKNath सरकार को फरवरी 2020 में ही मिल गई थी, लेकिन कोई एक्शन नहीं हुआ। कौन सी ताकतों ने कार्रवाई नहीं होने दी? कमलनाथजी स्पष्ट करें और प्रदेश की गरीब जनता से माफी मांगे @INCMP @BJP4MP
— लोकेन्द्र पाराशर Lokendra parashar(Modi ka parivar (@LokendraParasar) September 3, 2020