ग्वालियर। सरकार की कर्जमाफी योजना में भरवाए जा रहे गुलाबी फॉर्म ने पिछली सरकार के समय किये गए ऐसे घोटाले सामने ला दिए है जो अभी तक फाइलों में दबे थे । ग्वालियर जिले में अभी तक 25 हजार किसानों के नाम ऐसे निकले हैं जिन्होंने कभी कर्ज नहीं लिया और उनका नाम कर्जदारो की सूची में आ गया।
दरअसल सरकार इस समय कर्जदारों की सूची पंचायतों और सहकारी समितियों आदि के बाहर कर्जदार किसानों की सूची चिपका रही है। जिसके बाद से ऐसे किसान अपना नाम इस सूची में होने से परेशान हैं जिन्होंने कभी कर्ज लिया ही नहीं। जानकारी के अनुसार ग्वालियर जिले के डबरा,भितरवार और चीनौर तहसीन में खाद बीज के लिए 25 हजार किसानों के नाम से फर्जी ऋण निकाल लिया गया । यह पैसा सहकारी समितियों के कर्मचारी हड़प गए। जिले में इन तीनों तहसीलों की 76 समितियों से 90 हजार किसानों के नाम पर कर्ज दिया गया लेकिन इनमे से 25 हजार किसान फर्जी थे। अब ये किसान सूची से अपना नाम हटवाने के लिए परेशान है और गुलाबी फॉर्म भरकर सरकार को जानकारी दे रहे हैं।
पिछले लम्बे समय से ऐसे फर्जीवाड़े के खिलाफ आवाज उठा रहे पूर्व विधायक बृजेन्द्र तिवारी का कहना है कि वो बहुत दिनों से लड़ाई लड़ रहे हैं । हम बैठकें कर ऐसे किसानों की सूची बना रहे हैं। वहीँ कलेक्टर भरत यादव का कहना है कि किसानों द्वारा भरे जा रहे गुलाबी फॉर्म के आधार पर प्रकरणों की जांच कराएँगे और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करेंगे।