ग्वालियर।
आधे अधूरे मेले का उद्घाटन करवाकर ग्वालियर व्यापार मेला प्राधिकरण ने कांग्रेस नेताओं को तो खुश कर दिया लेकिन यहां दुकानदार परेशान हैं। शनिवार की शाम यहां प्राधिकरण की एक कार्रवाई से दुकानदार भड़क गए और उन्होंने प्राधिकरण दफ्तर में जाकर विरोध जताया । दुकानदारों ने कहा कि याद रहे “मेला प्राधिकरण हमसे है हम मेला प्राधिकरण से नहीं”
प्रदेश में 15 साल बाद सत्ता में आई कांग्रेस ने मेला प्राधिकरण का गठन कर पार्टी से जुड़े व्यापारियों और नेताओं को मेले की कमान सौंप दी तो अपने नेताओं को खुश करने के लिए प्राधिकरण ने कांग्रेस महासचिव ज्योतिरादित्य सिंधिया के हाथों पिछले महीने इसका उद्घाटन कर दिया । हालांकि अभी भी मेले में दुकानों की तैयारी और झूले लगने का सिलसिला जारी है और मेले में आने वाले सैलानियों को रौनक नहीं दिख रही जो यहां रहती है जिसके चलते दुकानदार संघ पहले से ही प्राधिकरण से नाराज है। इसी नाराजी के बीच शनिवार को प्राधिकरण ने बड़ी कार्रवाई कर दी जिससे दुकानदार भड़क गए। प्राधिकरण ने निगम और पुलिस प्रशासन की मदद से मेले के दुकानदारों की गाड़ियां जप्त कर ली और चालान की कार्रवाई की ।
इस कार्रवाई के बाद दुकानदार और प्राधिकरण के बीच विवाद गहरा गया। गौरतलब है कि मेला प्राधिकरण में मेला परिसर में किसी भी प्रकार के वाहन को अंदर लेे जाने पर रोक लगा रखी है। जिसका अनाउंसमेंट भी लगातार किया जा रहा है। लेकिन उसके बावजूद अधिकांश दुकानदारअपने वाहन मेला परिसर में लेकर तो आ ही रहे हैं साथ ही अपनी दुकान के सामने और पीछे भी पार्किंग करके रख रहे हैं। जिसके चलते दुकानों के पीछे बने सुलभ शौचालय के पास आने जाने का रास्ता पूरी तरह से बंद हो गया है।
नियम की अनदेखी होती देख शनिवार को प्राधिकरण ने शनिवार को इसके खिलाफ कार्रवाई की तो वाहनों को जब्त करने से नाराज दुकानदारों ने मेला प्राधिकरण के खिलाफ मोर्चा खोल दिया । दुकानदार इकट्ठे होकर प्राधिकरण के कार्यालय में पहुंचे और मेला अध्यक्ष प्रशांत गंगवाल एवं उपाध्यक्ष डॉ प्रवीण अग्रवाल के सामने विरोध जताया। दुकानदार संघ के सदस्य महेश मुदगल ने कहा कि इस तरह की कार्रवाई गलत है। शहर का दुकानदार सुबह वाहन पर लेकर आता है और शाम को दुकान बंद कर अपना वाहन लेजाता है यदि वो दिन में वाहन निकाले तो कार्रवाई कीजिए अन्यथा नहीं होनी चाहिए। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि याद रहे मेला प्राधिकरण हमसे है, हम प्राधिकरण से नहीं हैं। अगर प्राधिकरण ने कोई रास्ता नहीं निकाला तो हम आंदोलन करने को मजबूर हो जाएंगे। उधर प्राधिकरण अध्यक्ष प्रशांत गंगवाल का कहना है कि मेले में हम साफ-सुथरा माहौल देने का प्रयास कर रहे है। इसके लिए नियम बना रहे हैं जिसका पालन सभी को करना चाहिए। दुकानदारों ने उनको आवंटित की गई दुकानों के साथ-साथ सुलभ शौचालय के परिसर पर भी अतिक्रमण कर रखा था। उस परिसर में दुकानदार अपनी गाड़ियां रख रहे थे। शिकायत आने के बाद गाड़ियां जब्त करने की कार्रवाई की गई है। हम दुकानदारों के दबाव में आने वाले नहीं हैं यदि दुकानदारों ने सहयोग नहीं किया तो इस तरह की कार्रवाई जारी रहेगी।