ग्वालियर, अतुल सक्सेना। ग्वालियर एसपी अमित सांघी ने एक ऐसी पहली की है जो चर्चा का विषय बनी हुई है। दरअसल कोरोना महामारी में डॉक्टर्स के इलाज के साथ साथ सबसे महत्वपूर्ण इलाज है सकारात्मक ऊर्जा (Positive Energy), एक दूसरे की ताकत बनना और मरीज में ये भरोसा पैदा करना कि हम आपके साथ हैं परेशान होने की आवश्यकता नहीं है। कोरोना पीड़ितों के मनोबल को बढ़ाने का ऐसा ही काम किया यही ग्वालियर एसपी अमित सांघी (SP Amit Sanghi) ने। उन्होंने होम आइसोलेशन (Home Isolation) में इलाज करवा रहे अपने कर्मचारियों (Policemen) के पास जाकर उनके हालचाल जाने और पूछा कोई परेशानी तो नहीं है।
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ग्वालियर में बढ़ते कोरोना संक्रमण (Corona Infection) ने बहुत से पुलिसकर्मियों (Policemen) को अपनी चपेट में ले लिया है। बहुत से कोरोना पीड़ित पुलिस कर्मचारी होम आइसोलेशन (Home Isolation) में रहकर अपना इलाज करवा रहे हैं कर्मचारियों के इलाज की खुद मॉनिटरिंग कर रहे एसपी अमित सांघी (SP Amit Sanghi) ने पुलिस लाइन (Police Line) पहुंचकर होम आइसोलेट (Home Isolation) पुलिसकर्मियों की तबियत पूछी उनके हालचाल लिए और फलों की टोकरी देते हुए पूछा कि कोई परेशानी तो नहीं है। एसपी अमित सांघी (SP Amit Sanghi) ने इलाज में लापरवाही नहीं करने और मास्क लगाने, हाथ धोने और दो गज की दूरी बनाने की सलाह दी और कहा कि हमें इस चैन को रोकना है बढ़ाना नहीं है। एसपी अमित सांघी (SP Amit Sanghi) ने पुलिस लाइन में बने क्वारेंटाइन भवन का भी निरीक्षण किया, वहां तैनात स्टाफ से सुविधाओं की जानकारी ली और वहां भर्ती मरीजों को फल की टोकरी दी। एसपी अमित सांघी के साथ आऱ आई पुलिस लाइन रंजीत सिंह भी मौजूद थे।
एसपी के अलावा एडिशनल एसपी (आईपीएस) शहर दक्षिण हितिका वासल, एडिशनल एसपी शहर पश्चिम सतेंद्र सिंह तोमर, एडिशनल एसपी शहर पूर्व सुमन सिंह गुर्जर , सीएसपी महाराजपुरा रवि भदौरिया , सीएसपी मुरार आरएन पचौरी, सीएसपी ग्वालियर नागेंद्र सिंह सिकरवार, सीएसपी विश्वविद्यालय विजय सिंह भदौरिया, सीएसपी लश्कर आत्माराम शर्मा, सीएसपी झाँसी रोड उमेश द्धिवेदी ने उनके क्षेत्रों में निवासरत होम आइसोलेट (Home Isolation) पुलिसकर्मियों के घर पहुंचकर उनके हालचाल पूछे और फलों के साथ आयुर्वेद कॉलेज द्वारा तैयार काढ़ा प्रदान किया।
एसपी अमित सांघी (SP Amit Sanghi) की इस पहल की शहर में चर्चा हो रही है। आम लोगों का मानना है कि यदि सभी विभाग के प्रमुख और समाज के लोग प्रबुद्ध लोग कोरोना पीड़ितों का मनोबल बढ़ाएंगे तो वे जल्दी ठीक होकर फिर समाज की सेवा में लग जायेंगे और शहर जल्दी कोरोना मुक्त होगा।