ग्वालियर, अतुल सक्सेना। शहर को पानी पिलाने वाला तिघरा डैम भले ही ओवर फ्लो हो रहा हो, लेकिन जनता पानी की समस्या से परेशान हैं। आज आक्रोशित जनता ने नगर निगम के दो इंजीनियर्स को ही बंधक (Engineers held hostage) बना लिया। मौके पर क्षेत्रीय विधायक भी मौजूद थे। विधायक और जनता ने अल्टीमेटम दे दिया था कि जब तक ठोस कार्यवाही नहीं होगी इंजीनियर्स को छोड़ा नहीं जाएगा। फिर करीब साढ़े चार घंटे की भारी मशक्क्त के बाद निगम अधिकारियों ने पानी की लाइन का काम शुरू कराया तब कहीं जाकर उन्हें मुक्त किया गया।
ग्वालियर की दक्षिण विधानसभा के लोग पिछले लम्बे समय से पानी की समस्या से परेशान हैं, आज उनके सब्र का बांध उस समय टूट गया जब क्षेत्रीय विधायक प्रवीण पाठक (Congress MLA Praveen Pathak) अपनी विधानसभा में स्वछता यात्रा के लिए उनके पास पहुंचे थे। वार्ड 35 के निवासियों ने विधायक को अपनी समस्या बताते हुए नाराजगी जताई। उनके साथ क्षेत्रीय पार्षद भी थे।
स्थानीय निवासियों ने कहा कि हम पानी के लिए परेशान हैं लेकिन नगर निगम के अधिकारी सुनते ही नहीं हैं। समस्या सुनकर विधायक प्रवीण पाठक ने नगर निगम पीएचई के AE केसी अग्रवाल और JE अवनीश गुप्ता को बुलवाया। जब उनसे समस्या के निराकरण पर सवाल किया तो वे संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए तो जनता ने उन्हें बंधक बना लिया।
स्थानीय लोगों (Gwalior News) ने इंजीनियर्स को एक घर में बैठा दिया और कहा कि जब तक समस्या का हल नहीं निकलता आपको छोड़ा नहीं जायेगा। कांग्रेस विधायक प्रवीण पाठक भी अपने क्षेत्र की जनता के साथ थे। उन्होंने कहा कि पिछले साढ़े तीन साल से मैं लगातार निगम कमिश्नर को पत्र लिख रहा हूँ लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही।
विधायक प्रवीण पाठक ने कहा कि ये बड़े ही दुर्भाग्य की बात है कि ग्वालियर नगर निगम के अधिकारी दक्षिण विधानसभा के साथ सौतेला व्यवहार कर रहे हैं , उन्होंने सवाल किया कि क्या ग्वालियर की जनता को अब इस तरह से बुनियादी सुविधाएँ दी जाएँगी कि कहा सत्ता का विधायक है और कहां कांग्रेस का?
कांग्रेस विधायक ने स्पष्ट कहा कि जनता ने तय कर लिया है कि दोनों इंजीनियर्स को तब तक छोड़ा नहीं जायेगा तब तक कोई ठोस कार्यवाही शुरू नहीं होती। उन्होंने चेतावनी दी कि अभी तो ये एक वार्ड में हुआ है लेकिन नगर निगम के अधिकारी नहीं सुधरे तो ग्वालियर दक्षिण विधानसभा के हर वार्ड में होगा।
उधर बंधक बने AE केसी अग्रवाल ने बताया कि वार्ड 35 में पानी की समस्या कोई लेकर बुलाया गया था, हम समस्या का निराकरण 15 दिन में कर देंगे। उन्होंने कहा कि हमें रोक कर रखा है , वरिष्ठ अधिकारियों को स्थिति बता दी है। बहरहाल लम्बी जद्दोजेहद के बाद नगर निगम के अधिकारियों ने वार्ड 35 में पानी की लाइन का काम शुरू कराया तब कहीं करीब साढ़े चार घंटे बाद जनता ने इंजीनियर्स मुक्त किया।
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Atul Saxena
पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....
पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....