MP Election 2023 : लम्बे इंतजार के बाद ग्वालियर दक्षिण विधानसभा सीट से भाजपा ने पूर्व मंत्री नारायण सिंह कुशवाह को अपना उम्मीदवार घोषित कर दिया, लेकिन प्रत्याशी घोषित होते ही उनका विरोध शुरू हो गया, इस सीट से प्रबल दावेदार पूर्व मंत्री अनूप मिश्रा का टिकट काटने से उनके समर्थक आक्रोशित हो गए और उनके घर के बाहर इकठ्ठा होकर हंगामा करने लगे, कार्यकर्ताओं ने शिवराज सिंह चौहान और वीडी शर्मा मुर्दाबाद के नारे लगाये , उधर अनूप मिश्रा ने अपने मामा पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की प्रसिद्ध कविता, रार नहीं ठानूंगा, हार नहीं मानूंगा की दो पक्तियां सुनाकर अपने इरादे स्पष्ट कर दिए, वहीं ब्राह्मण समाज ने चेतावनी देते हुए कहा कि 25 अक्टूबर को बैठक कर आगे की रणनीति तय की जाएगी।
भारतीय जनता पार्टी की पांचवी सूची में ग्वालियर दक्षिण विधानसभा से प्रत्याशी की घोषणा होते ही हंगामा शुरू हो गया है, पार्टी ने यहाँ से पिछला चुनाव हारे पूर्व मंत्री नारायण सिंह कुशवाह को प्रत्याशी बनाया है, उनके नाम की घोषणा होते ही टिकट के दावेदार वरिष्ठ नेता पूर्व मंत्री अनूप मिश्रा के घर भीड़ जुटने लगी। कार्यकर्ताओं और ब्राह्मण समाज ने इसे पार्टी का गलत फैसला बताया उन्होंने अनूप मिश्रा के घर के बाहर हंगामा शुरू कर दिया, उत्तेजित कार्यकर्ताओं ने अपनी ही पार्टी के नेताओं के , मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा के मुर्दाबाद के नारे लगाये।
अनूप मिश्रा के घर पहुंचे ब्राह्मण समाज के नेता डॉ जयवीर भारद्वाज ने इसे ब्राह्मण समाज और अटल बिहारी वाजपेयी का अपमान बताया, उन्होंने कहा कि भाजपा ने इस बार ब्राह्मण और वैश्य समाज दोनों की उपेक्षा की है, 25 अक्टूबर को ब्राह्मण समाज की बैठक में आगे की रणनीति तय की जाएगी कि अब चुनाव में ब्राह्मण समाज क्या करेगा?
टिकट कटने पर अनूप मिश्रा थोड़े नाराज दिखाई दिए और दुखी भी दिखाई दिए लेकिन पार्टी अनुशासन का ध्यान रखते हुए उन्होंने पार्टी के फैसले को स्वीकार करने की बात कही मगर डबडबाई आखों से कहा कि 50 साल की तपस्या का मुझे ये फल पार्टी ने दिया है। उन्होंने कहा कि मैंने सभी वरिष्ठ नेताओं से बात की और उन्हीं के इशारे पर काम शुरू किया लेकिन यदि टिकट नहीं देना था तो पहले ही कह देते। अनूप मिश्रा ने अपने मामा पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की कविता “रार नहीं ठानूंगा, हार नहीं मानूंगा, काल के कपाल पर लिखता हूँ मिटाता हूँ गीत नए गाता हूँ” सुनाकर अपने इरादे स्पष्ट किये।
वहीं नारायण सिंह कुशवाह ने इसे एक सहज प्रतिक्रिया बताया , उन्होंने कहा कि किसी का टिकट कटता है तो उसे दुःख भी होता है और कार्यकर्ताओं में गुस्सा भी होता है लेकिन ये भाजपा है कहीं कोई विरोध नहीं है, सब ठीक हो जायेगा।
ग्वालियर से अतुल सक्सेना की रिपोर्ट