ग्वालियर, अतुल सक्सेना। हाईकोर्ट के आदेश के बाद पूरे ट्रैफिक पुलिस (Traffic Police ) प्रदेश के साथ ग्वालियर में भी हेलमेट चैकिंग अभियान चला रही है। लेकिन सोमवार की रात चैकिंग अभियान के दौरान ही एक ऐसा वाकया हो गया कि लोग पुलिस के प्रति नाराजगी जता रहे हैं। सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें ट्रैफिक की महिला सूबेदार दो पुरुषों को थप्पड़ मार रही है। वीडियो सामने आने के बाद एसपी ने इसकी जांच के आदेश दे दिए हैं।
पूरे प्रदेश के साथ ग्वालियर में भी ट्रैफिक पुलिस हेलमेट अभियान (helmet checking campaign in gwalior) चला रही है। ट्रैफिक पुलिस (gwalior traffic police) के अधिकारी और कर्मचारी शहर के अलग अलग चौराहों पर खड़े होकर बिना हेलमेट पहने गाड़ी चला रहे लोगों के खिलाफ चालानी कार्यवाही कर रहे हैं।
शहर की वीआईपी रोड गांधी रोड पर एमपी टूरिज्म के होटल तानसेन रेजीडेंसी के बाहर तिराहे पर भी एक चैकिंग पॉइंट है। जानकारी के अनुसार सोमवार की शाम इस पॉइंट पर यहाँ एक महिला सूबेदार कुछ ट्रैफिक कर्मचारियों के साथ चैकिंग कर रही थी, इस दौरान एक व्यक्ति बिना हेलमेट के वहां से निकले, पुलिस ने उन्हें रोक लिया।
ट्रैफिक पुलिस ने जब उनसे चालान के लिए बोला तो दोनों के बीच विवाद होने लगा इसी बीच जिस वाहन चालक का चालान किया उसने गुस्से में अपने पर्स से पैसे निकालकर पुलिस के ऊपर फेंक दिए। व्यक्ति की इस हरकत को देखकर महिला सूबेदार भड़क गई और उसने उस व्यक्ति को थप्पड़ मारने शुरू कर दिए।
वहां मौजूद एक अन्य व्यक्ति ने बीचबचाव की कोशिश की तो महिला सूबेदार ने उसे भी थप्पड़ जड़ दिए, मारते हुए महिला सूबेदार बार बार एक ही बात कह रही थी कि महिला से बत्तमीजी कर रहे हो, गाड़ी बुलाओ, थाने ले चलो इन्हें। अब इस घटना का वीडियो वायरल हो रहा है।
वायरल वीडियो एसपी अमित सांघी के पास भी पहुंचा, उन्होंने कहा मैंने वीडियो देखा है, व्यक्ति ने पैसे फेंक कर दिए थे जिसमें रिएक्शन स्वरुप महिला सूबेदार ने ये कदम उठाया है , फिर भी मारपीट करना पूरी तरह अनुचित है। घटना की जांच के आदेश दे दिए हैं, एडिशनल एसपी ट्रैफिक दो दिन में जांच रिपोर्ट देंगी उस हिसाब से एक्शन लिया जायेगा।
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Atul Saxena
पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....
पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....