होशंगाबाद, राहुल अग्रवाल| व्यपारियो के भारी विरोध के बाद आखिरकार जिला खाद्य एवं सुरक्षा अधिकारी शिवराज पावक पर कार्यवाही कर दी गई। पिछले दिनों सिवनीमालवा में गलत तरीके से की गई कार्यवाही के विरोध में व्यापारी संगठन ने बाजार बंद कर कलेक्टर को खाद्य अधिकारी पर कार्यवाही हेतु ज्ञापन सौंपा था। इसके साथ ही पिछले दिनों एक गुटखा व्यापारी से रिश्वत की डील में एक दलाल व्यापारी ने जिला खाद्य अधिकारी शिवराज पावक का नाम लिया था जिसका ऑडियो भी वायरल हुआ था।
इतना ही नही लोकडाउन के समय किराना व्यपारियो ने अवैध वसूली की भी शिकायत की थी। जिसपर खाद्य सुरक्षा एवं नियंत्रक आयुक्त ने कार्यवाही करते हुये शिवराज पावक को निलंबित कर दिया| एक पत्र जारी कर निलंबन के दौरान उनका मुख्यालय सागर रहना बताया गया| साथ ही मुख्यमंत्री द्वारा चलाये गए मिलावट से मुक्ति अभियान में पावक की भूमिका पर जांच में सवाल उठाये गए थे| होशंगाबाद और इटारसी में अपने अधिकार क्षेत्र से बाहर पावक द्वारा कार्रवाई कि गई थी| होशंगाबाद सहित जिले भर के व्यापारी पावक से नाराज़ थे|
पावक का निलंबन व्यापारियों की जीत –
ज्ञात रहे शिवराज पावक विगत 11 वर्षों से होशंगाबाद में पदस्थ थे और उन्होंने जिले में अपना एक सिंडिकेट बना रखा था जिसके माध्यम से लगातार व्यापारियों को परेशान करने व वसूली की शिकायतें आ रही थी| विगत दिनों संयुक्त व्यापार महासंघ द्वारा उनकी शिकायत माननीय मुख्यमंत्री जी प्रभारी मंत्री माननीय कमल पटेल जी माननीय सांसद जी माननीय विधायक जी कलेक्टर साहब वह अन्य संबंधित हों को की गई थी जिसकी जांच के बाद शिकायत सही पाई गई फल स्वरूप उन्हें निलंबित किया गया अब जाकर व्यापारी राहत की सांस लेंगे|
–दीपक हरिनारायण अग्रवाल, अध्य्क्ष संयुक्त व्यापार महासंघ