इंदौर, आकाश धोलपुरे। मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर के राजबाड़ा और उसके आस पास के बाजारों में स्थायी व्यापारियों को अब अस्थायी रूप से दुकान लगाने वालों से डर लगने लगा है। दरअसल, राजबाड़ा क्षेत्र में बीते दिनों तीन प्रमुख व्यापारिक संगठन सराफा, बर्तन बाजार और रिटेल गारमेंट्स एसोसिएशन राजबाड़ा और उसके आसपास के क्षेत्र में सड़क अवरुद्धता के खिलाफ आंदोलन किया जा रहा है।
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संगठनों की शिकायत है कि निरन्तर सड़क अवरुद्ध करने वाले तत्वों और उनके संरक्षक गुंडो के द्वारा व्यापार करने को लेकर धमकी दी जा रही है। बता दें कि हाल ही में सड़क पर ठेला, फेरी और अस्थायी पटरी वालों द्वारा सड़क जाम कर भीड़ लगाने की शिकायत संगठनों ने इंदौर निगमायुक्त प्रतिभा पाल से भी की थी लेकिन अब तक कोई उचित कार्रवाई न होने और अस्थायी दुकानदारों द्वारा स्थानीय व्यापारियों पर दबाव बनाने के बाद तीनो संगठनों ने निर्णय किया कि व्यवसायिक समयावधि के दौरान राजबाड़ा के आसपास पूरे इलाके में पुलिस प्रशासन अपने चाक-चौबंद प्रबन्धन में इजाफा करें। वही इंदौर रिटेल गारमेंट्स एसोसिएशन गोपाल मंदिर, जबरेश्वर मन्दिर, इमामबाड़ा यशोदामाता मन्दिर, सुभाष चौक क्षेत्र को सीसीटीवी कैमरे लगवा कर चौकसी बढ़ाने की घोषणा कर चुके हैं।
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इंदौर रिटेल गारमेंट्स एसोसिएशन के अध्यक्ष अक्षय जैन ने बताया कि आज तीनो संगठनों के पदाधिकारी डीआईजी मनीष कपूरिया को इस मामले पर एक ज्ञापन देने जा रहे हैं जो कि अवैध रूप से सड़क पर कब्जेधारी अब बदला लेने पर आमदा हैं। व्यापारिक संगठनो को आशंका है कि किसी भी तरह की अनहोनी किसी के साथ भी हो सकती है ऐसे में पुलिसबल की सजगता जरूरी है और व्यापारियों को सुरक्षा प्रदान की जाए। बता दें कि संगठन सड़क अवरुद्ध होने की बात को इसलिए भी बड़ा खतरा बता रहे है, क्योंकि उसकी वजह से लगने वाली भीड़ के चलते कोरोना का खतरा भी बाजार पर मंडरा रहा है।