इंदौर में ज़हरीले मोमोज का कांड! बिना लाइसेंस फैक्ट्री सील, 150 किलो जहरीला मटेरियल जब्त

इंदौर में चल रही एक मोमोज फैक्ट्री से बड़ा खुलासा हुआ है। यहां गंदगी के बीच बिना लाइसेंस जहरीले मोमोज बनाए जा रहे थे। जांच में अजीनोमोटो (MSG) का इस्तेमाल मिला, जो बच्चों और गर्भवती महिलाओं के लिए बेहद खतरनाक है।

इंदौर (Indore) के लोगों को मोमोज खाने से पहले अब थोड़ा संभलने की जरूरत है। मंगलवार को खाद्य सुरक्षा विभाग (FDA) ने खातीपुरा इलाके की चिंटू मोमोज फैक्ट्री पर छापा मारकर करीब 150 किलो खराब और हानिकारक खाद्य सामग्री जब्त की। फैक्ट्री के अंदर गंदगी, कीड़े और खुले में रखी सामग्री देखकर अधिकारी भी हैरान रह गए। फैक्ट्री में बिना लाइसेंस के सालों से मोमोज बनाए जा रहे थे, जो शहर के अलग-अलग इलाकों में सप्लाई होते थे।

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बिना लाइसेंस चल रही थी फैक्ट्री

FDA टीम जब फैक्ट्री पहुंची तो अंदर का नजारा बहुत ही खराब था। फर्श पर कचरा और कीड़े पड़े थे, वहीं तैयार मोमोज में स्वाद बढ़ाने के लिए सीधे अजीनोमोटो (MSG) मिलाया जा रहा था। टीम ने चार तरह के मोमोज, पनीर, मसाले और तंदूरी मिक्स सहित करीब 150 किलो सामग्री जब्त की। जब फैक्ट्री मालिक दीपक चौरसिया से लाइसेंस मांगा गया तो वह कोई भी दस्तावेज़ नहीं दिखा सका। इसके बाद अधिकारियों ने फैक्ट्री को तुरंत सील कर दिया।

जांच में मिला धीमा जहर

अजीनोमोटो (MSG) एक सफेद क्रिस्टल जैसी चीज़ होती है जो खाने का स्वाद बढ़ाती है। इसे टेस्ट एन्हांसर कहा जाता है। ये ज़्यादातर चाइनीज़ फूड जैसे नूडल्स, मंचूरियन, फ्राइड राइस, बर्गर, मैगी और सॉस में मिलाया जाता है। लेकिन इसका ज़्यादा सेवन शरीर के लिए धीमा जहर साबित हो सकता है। डॉक्टरों के मुताबिक, MSG दिमाग पर असर डालता है और इससे सिर दर्द, मोटापा, नींद की कमी, और तनाव जैसी समस्याएं होती हैं।

खासकर बच्चों, गर्भवती महिलाओं और बुजुर्गों के लिए यह बहुत खतरनाक है। इससे शरीर की नसों और दिमाग पर बुरा असर पड़ता है। लंबे समय तक इसके सेवन से लिवर और किडनी भी कमजोर हो सकती है।

जांच के लिए भेजे गए सैंपल

FDA टीम ने छापे के दौरान 7 सैंपल ज़ब्त किए हैं, जिन्हें भोपाल की राज्य खाद्य प्रयोगशाला भेजा गया है। रिपोर्ट आने के बाद फैक्ट्री मालिक पर FSSAI अधिनियम 2006 की धारा 52 और 59 के तहत कार्रवाई की जाएगी। अधिकारियों ने बताया कि यह कार्रवाई केवल एक शुरुआत है, आने वाले दिनों में और फैक्ट्रियों पर छापेमारी की जाएगी।

पूरे शहर में फैला डर

इस खबर के सामने आने के बाद शहर के लोगों में डर फैल गया है। मोमोज बच्चों से लेकर बड़ों तक का फेवरेट स्नैक बन चुका है, लेकिन अब सवाल यह है कि क्या स्वाद के लिए लोग अपनी सेहत से खिलवाड़ कर रहे हैं? प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि अगर उन्हें कहीं भी मिलावटी या गंदा खाना बनता दिखे तो उसकी जानकारी तुरंत दें।

जंक फूड में भी छिपा है खतरा

मोमोज ही नहीं, बल्कि आज के ज्यादातर जंक फूड में MSG डाला जाता है। पिज्जा, बर्गर, पास्ता, सूप, चिप्स, टोमैटो सॉस या सोया सॉस हर चीज़ में यह मौजूद होता है। डॉक्टर कहते हैं कि इससे शरीर की सामान्य कार्यप्रणाली प्रभावित होती है। यह पाचन और नर्वस सिस्टम दोनों पर असर डालता है। इससे थकान, सिर दर्द, और कमजोरी जैसी दिक्कतें शुरू हो जाती हैं।

आने वाले दिनों में और कार्रवाई

खाद्य सुरक्षा अधिकारी राजेश तिवारी ने बताया कि यह छापा राज्यभर में चल रहे अभियान का हिस्सा है। उन्होंने कहा कि कई जगहों से शिकायतें मिली हैं कि बिना रजिस्ट्रेशन और साफ-सफाई के खाने की फैक्ट्रियां चल रही हैं। आने वाले दिनों में विजय नगर, पालदा और बाणगंगा इलाकों में भी छापेमारी होगी।

 


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