इंदौर, डेस्क रिपोर्ट। इंदौर में पाँच पुलिस कर्मियों को लाइन अटैच कर दिया गया है, इनमें एक उप निरीक्षक, दो प्रधान आरक्षक और दो आरक्षक शामिल हैं। प्रारंभिक जांच में साबित हुआ कि इन पुलिसकर्मियों ने नियमों के विपरीत जाकर सियागंज में दुकानों पर जाकर जांच के नाम पर कालीमिर्च के नमूने लिए थे। जिसके बाद व्यापारियों ने विरोध जताया है और पुलिस अधिकारियों को इसकी शिकायत सौंपी थी।
यह भी पढ़ें.. यात्रियों के लिए खुशखबरी! होली पर चलेगी 22 स्पेशल ट्रेन, MP के कई स्टेशनों पर रुकेगी ट्रेन
व्यापारियों ने सेंट्रल कोतवाली पहुंचकर पुलिसकर्मियों द्वारा दुकान पर आकर अकारण धमकाने और दबाव बनाने की शिकायत की थी। प्रभारी पुलिस आयुक्त मनीष कपूरिया ने मामले की जांच अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त राजेश रघुवंशी को सौंपी। प्रारंभिक जांच के आधार पर सेंट्रल कोतवाली में पदस्थ उप निरीक्षक राम शाक्य, प्रधान आरक्षक योगेंद्र बाबा, प्रधान आरक्षक संजय पांडे के साथ आरक्षक रितेश पाटीदार और अमित जाट पर कार्रवाई की गई, पांचों को लाइन हाजिर कर दिया गया। जांच में सामने आया था कि पुलिसकर्मी बिना प्रक्रिया का पालन किए सियागंज की दुकान पर पहुंचे थे। मिलावट की शिकायत पर गोदाम की जांच की बात तो कही, साथ ही आरक्षकों ने दुकानदार के यहां से कालीमिर्च के नमूने भी लिए थे। उसी दौरान दुकान पर मौजूद दो व्यापारियों को भी घंटों तक थाने मेें बैठाए रखा था। दुकानों से नमूने लेना और मिलावट की जांच करने का अधिकार पुलिस के दायरे में नहीं आता। प्रारंभिक तौर पर प्रक्रिया के उल्लंघन का दोषी मानते हुए पांचों पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर करने का आदेश प्रभारी पुलिस आयुक्त ने जारी कर दिया।