VIDEO: प्रेमी से शादी की जिद पर अड़ी युवती, गेट पर चढ़ किया हंगामा और फिर

Pooja Khodani
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INDORE

इंदौर, आकाश धोलपुरे। फ़िल्म शोले (Film Sholay) के प्रसिद्ध सीन मौसी मेरी शादी बसंती से करवा दो , हर कोई उस सीन में धर्मेंद्र के पानी की टंकी पर चढ़कर प्यार (Love) के लिए मिन्नतें करते देखना पसंद भी करता है। लेकिन असल जिंदगी बदलते दौर के साथ बहुत कुछ बदल गया है, इंदौर (Indore) की ताजा घटना तो ये ही बताने के लिए काफी है।

दरअसल, इंदौर के परदेशीपुरा थाना क्षेत्र में एक युवती पर प्यार का जुनून इस कदर हावी हो गया वो जिस नाबालिग युवक से प्यार करती है उसी से शादी की जिद में जमीन से करीब 40 से 50 फिट ऊपर मार्ग संकेतक गेट पर जा बैठी और अपने प्रेमी को बुलाने की जिद करने लगी। लड़की के इस दीवानेपन का देख मौके पर यातायात बिगड़ने लगा और लोगो की भीड़ एकत्रित होने लगी। तब पुलिस (Indore) मौके पर पहुंची और करीब 45 मिनिट की समझाइश के बाद युवती सहर्ष उतरने को तैयार हो गई।

मिली जानकारी के मुताबिक,  इंदौर के परदेशीपुरा थाना क्षेत्र के जीवन की फेल में युवक और युवती दोनों रहते है और युवती को हाल ही में पता चला कि उसके घरवाले उसकी शादी कही और करने जा रहे है जिसके बाद युवती और उसके परिवार के बीच कहा सुनी भी हो गई वही प्रेमी से भी युवती का इस बात को लेकर तनाव बढ़ गया। लिहाजा, युवती ने आव देखा ना ताव और सीधे परदेशीपुरा स्थित एम.आर.4 के मार्ग संकेतक गेट पर चढ़ गई। रविवार रात को युवती उसी गेट पर चढकर नाबालिग को फोन लगा रही थी और आखिर में मौके पर परदेशीपुरा पुलिस पहुंच गई और काफी देर तक पुलिस द्वारा युवती को समझाइश दी गई तब आखिरकार युवती मान गई। इसके बाद युवती दुलारते हुए थाने लाया गया और उसकी काउंसलिंग (Counseling) भी की गई। वही युवती ने इस बात की भी हामी भरी की वो अब इस तरह की कोई कवायद नही करेगी। इधर, युवती के परिजनों को थाने बुलाया गया और फिर युवती को परिजनों को सौंपा गया।

परदेशीपुरा थाना प्रभारी अशोक पाटीदार ने बताया कि युवती किसी बात से नाराज होकर गेट पर चढ़ गई थी जिसके बाद उसे समझाइश देकर उतारा गया और फिर थाने पर युवती की काउंसलिंग कर परिजनों को बुलाकर सौंप दिया गया।

 


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खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। "कलम भी हूँ और कलमकार भी हूँ। खबरों के छपने का आधार भी हूँ।। मैं इस व्यवस्था की भागीदार भी हूँ। इसे बदलने की एक तलबगार भी हूँ।। दिवानी ही नहीं हूँ, दिमागदार भी हूँ। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार भी हूं।।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर)

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