इंदौर: पुलिस के मुताबिक नाबालिग ने की 10 साल की बच्ची की हत्या, घरवालों ने की पुख्ता जांच की मांग

इंदौर, आकाश धोलपुरे। शहर में 9 साल की बच्ची की हत्या के मामले का इंदौर पुलिस ने 2 घंटे मे ही खुलासा कर दिया है। पुलिस की मानें तो पांचवी क्लास में पढ़ने वाली मासूम की आईडीए की बिल्डिंग में ही रहने वाले 12 साल के नाबालिग ने गुस्से में आकर हत्या कर दी है। हालांकि परिजनों की दलील कुछ और ही है, उनका कहना है कि हत्या करने वाले बच्चे के साथ कोई और भी था जिसका खुलासा जरूरी है ताकि मासूम और हमे न्याय मिल सके।

दरअसल, इंदौर पुलिस के डीआईजी हरिनारायणचारि मिश्र की माने तो सिर कुचलकर हत्या करने के मामले में आरोपी बिल्डिंग में रहने वाला नाबालिग बालक है। उन्होने बाकायदा ये बताया की बच्चों द्वारा खेले जाने वाले गेम के कारण आक्रोश में आकर 12 साल के बच्चे ने 9 साल की मासूम की हत्या कर दी। उन्होने इस मामले को लेकर आम लोगो से अपील भी की है कि वो बच्चों की एक्टिविटी पर ध्यान दें। वही पुलिस की जांच में ये बात भी सामने आई है कि कुछ समय पहले बच्ची ने 12 साल के नाबालिग के पालतू चूहे को मार दिया था, जो पुलिस आरोप के रूप में एक थ्योरी मान रही है। लेकिन असल वजह पुलिस फ्री फायर गेम को मान रही जिसमें अक्सर बच्ची से वो बालक हार जाता था और पुलिस के मुताबिक इसी बात का आक्रोश बच्चे के मन में था जिसके चलते उसने बिल्डिंग से 100 मीटर दूरी पर ले जाकर मासूम की हत्या कर दी।

इधर, परिजन पुलिस के खुलासे पर सवाल उठा रहे हैं और उनकी मानें तो 9 साल की बच्ची पूजा करने के लिए फूल तोड़ रही थी, तभी उसे खींचकर ले जाया गया। इसके साथ ही परिजनों ने चूहे वाली बात को पुराना बताते हुए साफ किया कि किरायेदार के बच्चे को चॉकलेट देकर पूछा गया लेकिन वो पुलिस के डर से कुछ भी बताने में असमर्थ रहा और जब पुलिस आई तो पुलिस बच्चे सहित उसके परिवार को साथ ले गई। फिलहाल, पुलिस का कहना है कि तो गेमिंग में हार की वजह से हत्या जैसी विकृत घटना सामने आई है, वहीं दूसरी ओर परिजनों का मानना है कि 12 साल का बच्चा अकेले हत्या नही कर सकता है इस हत्या के पीछे दूसरा भी कोई है, जिसका पता पुलिस को लगाना चाहिये।

मकड़जाल की तरह उलझे इस मामले में जहां एक ओर पुलिस हत्या के खुलासे को एक सफलता की तरह देख रही है वहीं परिजन पूछ रहे है कि हत्या में दूसरा कौन शामिल था ? ये सवाल अब न सिर्फ मासूम के परिजनों में जहन में उठ रहे है बल्कि समूचे इंदौर के मन में भी है? इसका जबाव पुलिस की सूक्ष्म जांच ले बाद ही मिल पायेगा। लेकिन, इंदौर में इस दर्दनाक मामले के बाद हर एक शहरवासी के मन में मलाल है और ऐसे में परिजनों द्वारा उठाये गए सवाल अब शहर की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाने के लिए काफी है।


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श्रुति कुशवाहा

श्रुति कुशवाहा

2001 में माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय भोपाल से पत्रकारिता में स्नातकोत्तर (M.J, Masters of Journalism)। 2001 से 2013 तक ईटीवी हैदराबाद, सहारा न्यूज दिल्ली-भोपाल, लाइव इंडिया मुंबई में कार्य अनुभव। साहित्य पठन-पाठन में विशेष रूचि।

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