कोरोना का कहर देशभर में जारी है और अब तक देश मे 15 हजार से अधिक कोरोना पॉजिटिव सामने आ चुके है बात की जाए अकेले इंदौर की तो यहां अब तक कोरोना संक्रमित पॉजिटिव मरीजो की संख्या 923 तक जा पहुंची है और अब तक कोरोना से लड़कर मरने वालों की संख्या 52 हो चुकी है। ये आंकड़े बता रहे है कि इंदौर में कोरोना ने सभी हदे पार कर लोगो को निशाना साध रखा है। कोरोना से मरने वालों में ना सिर्फ आम आदमी है बल्कि वो डॉक्टर और पुलिसकर्मी भी है जो स्वहित से परे हटकर सिर्फ लोगो की जान बचाने के लिए दिन रात मेहनत में जुटे है ऐसे में इन वारियर्स पर कोरोना तेजी से अटैक कर रहा है।
ताजा जानकारी के मुताबिक इंदौर में अब तक 2 काबिल पुलिस अफसरों की मौत के बाद करीब 11 पुलिस जवान और अधिकारी कोरोना पॉजिटिव पाए गए है। ये ही वजह है कि कोरोना संक्रमण ने इंदौर के पुलिस महकमे के आला अधिकारियों की चिंता बढ़ा दी है। अग्रिम पंक्ति में खड़े रहकर कोरोना से जंग लड़ने वाली खाकी पर कोरोना वार का असर इंदौर में साफ दिख रहा है। जिसके चलते अब इंदौर पुलिस अपने महकमे की सुरक्षा को लेकर पहले से ज्यादा सतर्क हो गई है।
इंदौर डीआईजी हरिनारायणचारि मिश्र ने बताया कि कोरोना के विरुद्ध जंग में पुलिस प्रथम पंक्ति के योद्धा के रूप में लड़ रही है और जब किसी भी लड़ाई के हम प्रथम पंक्ति के योद्धा के रूप में लड़ते है तो उस खतरे की भायवहता को झेलने की प्रथम जिम्मेदारी भी हमारी ही होती है। उन्होंने बताया कि अगर हम देखे तो अलग – अलग जगहों पर पुलिस के कई जवान निश्चित रूप से प्रभावित हुए है। इंदौर की बात करे तो यहां पर हमारे 10 से 11 पुलिस अधिकारी और जवान कोरोना से संक्रमित है जिनमे 2 आईपीएस अधिकारी भी है। उन्होंने बताया कि अभी तक अच्छी बात ये है कि इनमें से सभी की हालत बेहतर है और लगातार उनकी हालत में सुधार हो रहा है।
हॉस्पिटल और संक्रमित इलाको में जवानों पीपीई किट से लैस किया जाएगा
इंदौर डीआईजी हरिनारायणचारि मिश्र ने कोरोना की भायवहता को देखते हुए बताया कि कोरोना की समस्या, कार्य प्रवृति से जुड़ी है इसलिए बेहतर है कि उससे लड़ने के लिये संशाधनों को मजबूत किया जाए ताकि पुलिस जवानों का मनोबल और विश्वास बढ़े। इसलिए जो जवान फील्ड में काम कर रहे है जिनको संक्रमित इलाको में रहना है साथ ही जिनकी ड्यूटी हॉस्पिटल के आस – पास है उनके लिये निश्चित किया गया है कि उनके पास पीपीई किट हो और मास्क और सेटनेटाइजर सहित अन्य जरूरी संसाधन हो ताकि वो संशाधनों का सहजता से उपयोग कर सके। इसके साथ ही डीआईजी ने बताया कि पुलिस जवानों के स्वास्थ्य और पोषन का भी खास तौर पर ध्यान रखा जा रहा है। इंदौर डीआईजी के मुताबिक इंदौर में 1 हजार के लगभग पुलिस जवान घरों से बाहर रह रहे है इसलिए उनको आवास भी उपलब्ध कराए गए है। उन्होंने कहा इन सभी कवायदों का उद्देश्य ये है कि हमारे जवान उच्च मनोबल के साथ विपरीत परिस्थितियों में भी लगातार सक्रिय रहकर काम करे क्योंकि जब चुनौती बड़ी हो तो उसमें हौंसला भी उतना ही बड़ा होना चाहिए।
इंदौर में पुलिस 24 घण्टे सक्रिय है और इसी का परिणाम है कि कोरोना के फैलाव की गति अब कमजोर पड़ती नजर आ रही है ऐसे में हम आपसे अपील करते है कि लॉक डाउन का पालन करे, घर में रहे और सुरक्षित रहे क्योंकि बाहर पुलिस आपकी सुरक्षा के लिए तैनात है।