इंदौर, आकाश धोलपुरे। दो दिन पहले गुरुवार को इंदौर (Indore News) के बाणगंगा थाना क्षेत्र में रेवती रेंज सांवेर रोड स्थित एल एंड सिटी कॉलेज के एक गार्ड का रक्त रंजित शव मिला था। उस दौरान पुलिस ने मृतक गार्ड के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर मर्ग कायम कर लिया था लेकिन जिस तरह से मृतक के सिर पर चोटें आई थी उससे प्रतीत हो रहा था कि गार्ड की हत्या (Guard Murder) की गई है। इसके बाद सबूत और साक्ष्य के अभाव में पुलिस के लिये मर्डर मिस्ट्री को सुलझाना किसी बड़ी चुनौती से कम नहीं था लेकिन बाद में आस पास के सीसीटीवी और अन्य साक्ष्य के आधार पर पुलिस महज 48 घण्टे में हत्यारे तक पहुंच गई तो चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं।
दरअसल, हत्या की वारदात को गुरुवार सुबह कालेज के समीप अंजाम दिया गया था। मृतक गार्ड का नाम तिलक सिंह पिता भूप सिंह मूल निवासी भिंड पता चला था। 64 वर्षीय तिलक सिंह इंदौर में किराये से रहता था और बीते 14 साल से वो इंदौर में ही रह रहा था। इस जानकारी के अलावा पुलिस के पास अंधे कत्ल की गुत्थी सुलझाने के लिए कोई और तथ्य नहीं था लेकिन जब पुलिस ने और जानकारी निकाली तो पता चला मृतक को एटीएम चलाना नहीं आता था और अक्सर वह रुपये निकालने के लिये अन्य गार्डों पर निर्भर रहता था। इसके बाद पुलिस को पता चला कि मृतक के एटीएम से 49 हजार रुपये हत्या के बाद निकाले गए है। इसके बाद पुलिस ने अरविंदो गेट, गोम्मटगिरी और मंगल पांडे गेट के एटीएम से रूपये निकालने की जानकारी हासिल की। जिसके बाद आस पास कद सीसीटीवी कैमरे खंगाले गए तो पता चला कि रुपये निकालने वाला गार्ड का ही साथी भागीरथ पटेल निवासी ग्राम रेवती रेंज निकला। इसके बाद भागीरथ पटेल को गिरफ्तार किया गया।
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हत्या की वारदात के 48 घण्टे बाद जो सच सामने आया है वो वाकई चौंकाने वाला है। दरअसल, 64 वर्षीय तिलक सिंह के अलावा कॉलेज में भागीरथ पटेल नामक गार्ड काम करता था। मूल रूप से सागर जिले का निवासी भागीरथ पटेल मृतक का अच्छा दोस्त था। जब भी मृतक को रुपयों की आवश्यकता होती थी तो वो उसी से रुपए निकलवाता था क्योंकि मृतक गार्ड तकनीकी रूप से सक्षम नहीं था। ऐसे में हत्यारे को पता था मृतक के अकाउन्ट 85 हजार रुपये है। इसके बाद उसने धारदार हथियार से तिलक सिंह की हत्या कर उसे मौत के घाट उतार दिया और उसका एटीएम और मोबाइल की सिम तोड़कर मौके से भाग खड़ा हुआ।
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इसके बाद उसने तीन एटीएम से 49 हजार रुपये निकाल लिए और पुलिस ने इस सुराग पर काम कर आगे तफ्तीश की तो पता चला की भागीरथ ही हत्यारा है। भागीरथ ने पुलिस पूछताछ में हत्या कबूल कर बताया कि उसने अप्रैल 2021 में बेटी की शादी में 85 हजार का कर्ज लिया था और उसके बाद मई माह में पिता के निधन के बाद तेहरवीं कार्यक्रम के लिए 35 हजार रुपये उधार लिए थे, कर्ज चुकाने के लिए उसने बाइक बेचकर 50 हजार रुपये तो चुका दिए थे लेकिन शेष रकम चुकाने के लिए उसने गार्ड की हत्या करने की योजना बनाई थी लेकिन अब वो पुलिस गिरफ्त में है।
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बता दे कि अंधेकत्ल का पर्दाफाश करने के लिए पुलिस ने अज्ञात आरोपी पर 10 हजार रुपये का इनाम भी घोषित किया था। इंदौर एसपी पूर्व आशुतोष बागरी ने शनिवार को मीडिया को बताया कि गार्ड की हत्या के मामले में उसका साथी गार्ड ही हत्या का आरोपी निकला है और पुलिस की पूछताछ उससे जारी है।