Indore News : 72 घंटे में पुलिस ने लूट के मामले में तीन आरोपियों को किया गिरफ्तार

Indore News : इंदौर के विजय नगर पुलिस ने तीन ऐसे शातिर आरोपियों को गिरफ्तार किया है। जो कॉलेज के बाहर खड़े होकर अपने शिकार का इंतजार करते थे। और मोबाइल छीन कर फरार हो जाते थे। विजयनगर थाना क्षेत्र के प्रेस्टीज कॉलेज में एमबीए छात्रों के साथ लूट की वारदात के बाद पुलिस ने महज 72 घंटों में तीनों आरोपियों को गिरफ्तार किया। आरोपियों के पास से 5 मोबाइल और बाइक जब्त की गई। जिससे अरोपी वारदात को अंजाम देते थे। आरोपियों से पुलिस आगे पूछताछ कर रही है कि उन्होंने शहर में और अन्य कितनी वारदातों को अंजाम दिया है।

यह है मामला

बता दें कि 3 दिन पहले थाना क्षेत्र के प्रेस्टीज कॉलेज में पढ़ने वाले एमबीए के छात्रों के साथ लूट की वारदात हुई थी। घटना के सीसीटीवी फुटेज सामने आने के बाद पुलिस को आरोपियों के हुलिए दिखे, लेकिन बाइक नंबर नहीं दिखा। क्योंकि, आरोपियों द्वारा बिना नंबर की बाइक घटना में उपयोग की गई थी। पुलिस द्वारा दो अलग-अलग टीम गठित की गई। इसमें खुफिया जवानों को लगाया गया। इलाके के कई सीसीटीवी फुटेज देखने के बाद पुलिस जब एक आरोपी के घर बाणगंगा पहुंची तो आरोपी अपने अन्य साथियों के नाम कबूलते गए। तीनों ही आरोपी विशेष धुरिया उर्फ गब्बू, सिकंदर अहिरवार, एवं हर्ष सुनहरे को पुलिस ने गिरफ्तार किया है।

पुलिस कर रही है पूछताछ

पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज व अन्य जानकारी जुटाकर जब सबसे पहले बाणगंगा थाना क्षेत्र के विशेष धुरिया के पास पहुंची तो वह पुलिस को देखकर डर गया और अपने अन्य साथी हर्ष का नाम बता दिया। जब पुलिस हर्ष के पास पहुंची तो हर्ष ने अपना नाम बचाने के लिए उसके दूसरे साथी सिकंदर का नाम बता दिया। ऐसे करते-करते तीनों ही आरोपी अपने आप को बचाने के लिए दूसरे का नाम लेते गए। पुलिस ने जब तीनों को एक साथ पूछताछ की तो तीनों ने ही अपराध करना कबूल लिया। विजय नगर थाना पुलिस अब तीनो को रिमांड पर लेकर अन्य वारदतो के बारे मे पूछताछ करेगी।
इंदौर से शकील अंसारी की रिपोर्ट


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Amit Sengar

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मुझे अपने आप पर गर्व है कि में एक पत्रकार हूँ। क्योंकि पत्रकार होना अपने आप में कलाकार, चिंतक, लेखक या जन-हित में काम करने वाले वकील जैसा होता है। पत्रकार कोई कारोबारी, व्यापारी या राजनेता नहीं होता है वह व्यापक जनता की भलाई के सरोकारों से संचालित होता है। वहीं हेनरी ल्यूस ने कहा है कि “मैं जर्नलिस्ट बना ताकि दुनिया के दिल के अधिक करीब रहूं।”

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