इंदौर, स्पेशल डेस्क रिपोर्ट। इंदौर पुलिस (indore police) कंट्रोल रूम परिसर में हाल ही में भोपाल टीआई द्वारा खुदकुशी मामले में पुलिस की जांच का केंद्र बिंदु मोबाइल पर निर्भर रहेगा जिससे ये पता चल पायेगा कि टीआई ने खुदकुशी जैसा फैसला क्यो लिया और क्यों उसने महिला एएसआई पर हमला किया था। बुधवार को इंदौर पुलिस कमिश्नर ने इसी मामले पर अहम जानकारी दी।
यह भी पढ़े…MP हाई कोर्ट का बड़ा आदेश, 70 नर्सिंग कॉलेज की मान्यता रद्द करने के निर्देश
पुलिस कमिश्नर इंदौर हरिनारायणचारि मिश्रा ने कहा कि पूरे मामले में आगे का जो घटनाक्रम है उसमे सबकी निगाहें मुख्य तौर पर बहुत हद तक टीआई के मोबाइल की जानकारी, डेटा और प्रविष्ठियों के आधार पर तय होगी। जिसमे ये साफ होगा कि क्या उनको किसी ने धमकी दी थी या कोई ऐसे तथ्य थे जो उन्हें मानसिक रूप से तनावग्रस्त किये हुए थे। वही उन्होंने कहा कि महिला एएसआई जिसके बारे के पूछा जा रहा है उससे कोई संवाद हुआ जिसके कारण ऐसी परिस्थितियां निर्मित हुई थी इन सब मामलों में फारेंसिक रिपोर्ट आने के बाद घटना के संबंध में जो बातें हुईं होगी इन सारी चीजों के अध्ययन ले बाद पुलिस जांच की दिशा तय करेगी।
यह भी पढ़े…70 नर्सिंग कॉलेज की मान्यता समाप्त करने के निर्देश
पुलिस कमिश्नर इंदौर ने बताया कि वही अब पूरा डेटा फारेंसिक टीम को भेजा गया है। वही आगे की जो जानकारी होगी वो फारेंसिक टीम पुलिस के साथ साझा करेगी और उसके बाद जांच की अंतिम दिशा पुलिस तय कर पायेगी। वही उन्होंने बताया कि प्रॉपर्टी सबंधित मामला जांच का दूसरा हिस्सा है जिसमे ये तय होगा कि किसकी कितनी आय थी और सरकारी कर्मचारियों पर संपत्ति पर आदर्श आचार संहिता मामला जांच का एक अन्य बिंदु होगा। जहां तक खुदकुशी मामले की बात है उसमें यह निर्भर करता है कि कौन सी परिस्थितियां थी जो जिसने मामले को यहां तक पहुंचाया।
यह भी पढ़े…इंदौर में बागी भाजपा कार्यकर्ताओं पर गिरी गाज, छः साल के लिए पार्टी से किया निष्कासित
फिलहाल, टीआई खुदकुशी मामले में मोबाइल डेटा, पुलिस की जांच का केंद्र बिंदु है और अब इंदौर में हुए घटनाक्रम में टीआई के मोबाइल को खंगाला जा रहा है ताकि पूरे मामले की हकीकत उजागर हो सके।